इचाक.
तीन दिनों से इचाक में हो रही मूसलाधार भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गयी है. वहीं, आलू, टमाटर, खीरा की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं, आम आदमी के साथ-साथ मवेशियों पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. जानवर चारे और भोजन के अभाव में भूखे हैं. बाजार की अधिकांश दुकानें बंद होने से व्यवसाय पर भी असर पड़ा है. बारिश ने इचाक के सैकड़ों एकड़ भूमि में लगाए गए आलू व टमाटर की खेती पर कहर बरपाया है. अधिक पानी पड़ने से आलू और टमाटर के खेत में पानी भर जाने से आलू सड़ जाने और पौधे को नुकसान पहुंचा है. वर्षा के कारण प्रखंड के कई गांवों में मिट्टी के घर गिर गया. जमुआरी गांव निवासी राम भारती, मंगुरा गांव मोसमात भुवनेश्वरी देवी, अर्जुन ठाकुर, फुरुका गांव के गोपाल शर्मा, भकन यादव के अलावा दर्जनों ग्रामीणों की मिट्टी खपरैल का घर धंस गया. इचाक बाजार, कुरहा, करियातपुर, देवकुली गांव में सड़क के किनारे के कई घरों में पानी घुस जाने से लोग परेशान हैं. फुरुका नदी, तेतरिया लोहंडी सोती में बाढ़ आ जाने से पानी उफान पर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है