दादा ने पोती को दी मुखाग्नि
इचाक.
दहेज प्रताड़ना की शिकार हुई नव विवाहिता जमुआरी गांव की बेटी वर्षा कुमारी का शव मुंबई पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. मंगलवार को शव जमुआरी गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही महिलाओं और परिजनों की चीत्कार से गांव में कोहराम मच गया. गमगीन माहौल में वर्षा के शव का अंतिम संस्कार जमुआरी गांव क़े मुक्तिधाम में किया गया. मुखाग्नि दादा रामेश्वर मेहता ने दी. राजेश कुमार मेहता मूल रूप से इचाक क़े जमुआरी गांव क़े रहने वाले हैं. उनकी चार बेटी और एक बेटा है. वर्षा चार बेटियों में दूसरे स्थान पर थी. वह अन्नदा कॉलेज में बी कॉम सेमेस्टर 4 की छात्रा थी. उसकी शादी 11 मार्च 2024 को चौपारण के बसरिया गांव निवासी दयानंद प्रसाद दांगी के पुत्र मनीष कुमार वर्मा से की गयी. मनीष अपने आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताकर शादी की थी. सेमेस्टर फोर की परीक्षा के बाद मई में वह वर्षा को अपने साथ मुंबई ले गया. लेकिन वहां जाते ही मनीष का भेद खुल गया. रुपये के लिए वर्षा पर अत्याचार करना शुरू कर दिया. इसके बाद वर्षा के पिता राजेश मेहता ने 50000 रुपये ऑनलाइन भेज दिया. इसके बावजूद इसके अत्याचार कम नहीं हुआ. घटना से पूर्व रविवार को वर्षा ने रोते हुए अपने साथ हो रहे अत्याचार और मारपीट की घटना से अपने पिता और परिजनों को अवगत कराया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है