हजारीबाग.
अटल विचार मंच के संस्थापक सह पूर्व वित्त और विदेश मंत्री सह हजारीबाग लोकसभा के पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा ने वन नेशन वन एलेक्शन के प्रस्ताव का घोर विरोध किया है. कहा कि एक देश एक चुनाव के माध्यम से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तानाशाही स्थापित करना चाहते हैं. यह प्रस्ताव संसदीय लोकतंत्र में संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक संसदीय लाेकतंत्र कायम रहेगा तब यह प्रस्ताव भारत में लागू नहीं हो सकता. आज के दिन शासन में बैठे लोगों से कहीं अधिक समझदार और विद्वान लोग संविधान सभा में उपस्थित थे. स्वयं संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद और प्रारूप समिति के अध्यक्ष बाबा साहब जिन्होंने संविधान का निर्माण किया उन्होंने इस प्रकार की व्यवस्था के बारे में इसलिए नहीं सोचा क्योंकि यह संसदीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के उलट है. यह जानकारी अटल विचार मंच के मीडिया प्रभारी अनिल सिन्हा ने दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है