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डस्टबिन मुक्त शहर बनेगा जमशेदपुर, इधर-इधर कचरा फेंकने पर होगा जुर्माना
जमशेदपुर : नगर निकाय प्रशासन ने शहर को डस्टबिन मुक्त बनाने की योजना बनायी है. निकाय प्रशासन गैर कंपनी इलाकों से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन अौर कचरा निष्पादन के लिए कंपोस्टिंग सिस्टम को दुरुस्त करेगा. जहां-तहां कचरा फेंकने पर अक्षेस प्रशासन जुर्माना वसूल करेगा. इसके बाद शहर में लगी डस्टबिन हटा ली जायेंगी. दिलचस्प […]
जमशेदपुर : नगर निकाय प्रशासन ने शहर को डस्टबिन मुक्त बनाने की योजना बनायी है. निकाय प्रशासन गैर कंपनी इलाकों से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन अौर कचरा निष्पादन के लिए कंपोस्टिंग सिस्टम को दुरुस्त करेगा. जहां-तहां कचरा फेंकने पर अक्षेस प्रशासन जुर्माना वसूल करेगा. इसके बाद शहर में लगी डस्टबिन हटा ली जायेंगी. दिलचस्प बात है कि पिछले दो वर्षों में (2016-17 व 2017-18) स्वच्छता सर्वेक्षण व अभियान के नाम पर डस्टबिन की खरीद में लाखों रुपये खर्च किये जा चुके है.
45 फीसदी डबल डस्टबिन बेकार. शहर में लगे 2000 डस्टबिन में से करीब 45 फीसदी छोटी डबल डस्टबिन बेकार हो चुकी हैं. कई डस्टबिन टूट गयी हैं. मार्केट एरिया अौर मेन रोड में लगी डस्टबिन का बेहतर उपयोग हो रहा है. नियमित साफ-सफाई नहीं होने से डस्टबिन का फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा. शहर के कॉमर्शियल एरिया अौर खासकर मेन रोड में दो हजार डस्टबिन लगाने का लक्ष्य रखा गया था.
वैकल्पिक इंतजाम नहीं. घर-घर सूखा अौर गीला कचरा उठाव के लिए वर्तमान में सभी घरों में अलग-अलग कूड़ेदान का इंतजाम नहीं है. पूर्व में निकाय के स्तर से सांकेतिक रूप से कई घरों में दो-दो डस्टबिन दी गयी थी, लेकिन सभी घरों में ये सिस्टम नहीं होने से शत प्रतिशत सूखा अौर गीला कचरा अलग-अलग उठाव करने में व्यवहारिक रूप से दिक्कत है.
शहर के कई जोन में डोर टू डोर कचरा उठाव बंद. जमशेदपुर वेस्ट जोन में कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 1, 2, 3, 4, 5 रामजनमनगर, ओल्ड उलियान, गोविंदनगर, शिवाजी पथ, सोनारी पंचवटीनगर, रूप नगर, टिलो भट्टा, कपाली बस्ती बेल्डीह बस्ती, साकची गुरुद्वारा बस्ती, नेहरू कॉलोनी, रिफ्यूजी कॉलोनी, भुइयांडीह ग्वाला बस्ती, समेत कई इलाकों में डोर टू डोर कचरा उठाव बंद है.
ये भी है चुनौती. अब तक सरकारी स्तर पर शहरी निकायों के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का इंतजाम पिछले सात सालों में नहीं हो पाया है, खैरबनी में ग्रामीणों के द्वारा जमीन चयन का विरोध के कारण प्रस्ताव कचरा प्लांट लग नहीं पाया है. इस कारण शहर के घर-घर से कचरा उठाव के बाद उसकी डंपिंग (फेंके जाने वाला स्थान) की भी चुनौती है.
शहर को डस्टबिन मुक्त बनाया जायेगा. इसके लिए डोर टू डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम अौर स्वच्छता से जुड़े पूरे सिस्टम को दुरुस्त अौर व्यवस्थित किया जायेगा. शहर को साफ-सुथरा रखने में आम लोगों के सहयोग के साथ व्यवहार में परिवर्तन से ही यह संभव होगा.
कृष्ण कुमार, एसओ, जमशेदपुर
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