अगर आप फलों के शौकीन हैं, तो यह सर्दी का मौसम आपके लिए खास है. सर्दी का महीना सेब, अनार, शरीफा, सफेदा, चीकू, संतरा, अमरूद, रसभरी आदि फलों के लिए जाना जाता है. इस मौसम में आपको जमशेदपुर के बाजार में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा आस्ट्रेलिया, अमेरिकी, थाइलैंड, चिली, चीन आदि देशों के एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट फल मिल जायेंगे. शहर में विभिन्न वैराइटी के फलों का मुख्य केंद्र बिष्टुपुर व साकची फल मार्केट हैं. यहां आपको देशी-विदेशी फल आसानी से मिल जायेंगे. सर्दियों में हमें ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए, जिससे हमारा इम्यूनिटी सिस्टम तंदुरूस्त रहे. ताकि हम सर्दियों में होने वाली बीमारियों से बच सके. सर्दियों हमें खास तौर पर फलों का सेवन करना चाहिए. क्योंकि फलों के सेवन से हमारी इम्यूनिटी बूस्ट होती है.
गर्मीयों की अपेक्षा सर्दियों में फलों के दाम कम
सर्दी के मौसम में फल बाजार थोड़ा मंदा पड़ जाता है, क्योंकि अधिकतर लोग सर्दी लगने के भय से मौसमी फलों के सेवन से परहेज करते हैं. अगर सेवन करते भी हैं, तो थोड़ी-बहुत मात्रा में. इसलिए इस मौसम में फलों के दाम गर्मी के अपेक्षा थोड़ा कम ही रहता है.अगर आप विदेशों फलों का स्वाद चखना चाहते हैं, तो आप शहर के बिष्टुपुर स्थित फल मार्केट में आयें. यहां आपको विभिन्न देशों के एक से बढ़कर एक वैराइटी के फल मिल जायेंगे. यहां आपको अमेरिका का सॉफ्ट पीयर, हार्ड पीयर, स्ट्रॉबेरी,अमेरिकी अंगुर, चिली व अमेरिका का चेरी, एवा कोडा, ग्रीन एपल, किवी, चीन का सेब, तुर्की का सेब, आस्ट्रेलिया का मिनी ऑरेंज, थाइलैंड का प्लम, ड्रैगन फ्रूट, साउथ अफ्रीका का माल्टा मिल जायेगा. इसके अलावा यहां हिमाचल का परसुमन, नासिक का बैर, दुर्ग व रायपुर का अमरूद, पटना व जहानाबाद का रसभरी मिल जायेगी.
2000 रुपये प्रति किलो बिक रहा अमेरिकन चेरी
फल कारोबारी ने बताया कि बिष्टुपुर मार्केट में सबसे महंगा फल अमेरिका व चिली का चेरी है, जिसकी खुदरा कीमत 2000 रुपये प्रति किलो है. वहीं मार्केट में एवाकोडा भी उपलब्ध है. इसकी कीमत 200 रुपये प्रति पीस है. अमेरिका का प्लम और चाइना के सेब की कीमत 400 रुपये प्रति किलो है.
बिष्टुपुर बाजार में प्रतिदिन बिकते हैं तीन लाख रुपये के फल
शहर के प्रमुख फल बाजारों में बिष्टुपुर का नाम पहले नंबर पर आता है. यहां कुल 25 फलों की दुकानें हैं. यहां का हर दुकानदार प्रतिदिन औसत आठ हजार रुपये के फलों की बिक्री करता है. करीब 50 वर्षों से फलों का कारोबार कर रहे बिष्टुपुर के 62 वर्षीय मोहम्मद जलील बताते हैं कि ऑफ सीजन में प्रतिदिन लगभग तीन लाख रुपये का फल बिकता है. शादी-विवाह के समय में बिक्री थोड़ी बढ़ जाती है.
रांची व बंगाल से आते हैं विदेशी फल
फलों का पुस्तैनी कारोबार कर रहे बिष्टुपुर मार्केट के सुनील सोनकर बताते हैं कि हमलोग रांची व कोलकाता से विदेशी फल मंगाते हैं. परसुडीह मंडी से सिर्फ अनार, संतरा, माल्टा, सेब आदि मंगाते हैं, क्योंकि यहां पर विदेशी फल नहीं आते हैं.
साकची फल मंडी : प्रतिदिन पांच गाड़ी फलों की आती है
साकची फल मंडी के थोक कारोबारी अरशद अहमद बताते हैं कि इस सीजन में सेब, अनार, संतरा आदि का बाजार रहता है. इस मौसम में कश्मीर की दो वैराइटी के सेव आते हैं. एक अमेरिकन व दूसरा डिलिसियस. साकची मंडी में प्रतिदिन पांच ट्रक फलों की आवक है. इसमें सेव, अनार, संतरा, माल्टा व चीकू शामिल हैं. सप्ताह में एक गाड़ी शरीफा की आ रही है. प्रत्येक गाड़ी में 107 पैकेट होते हैं और हर पैकेट में 20 किलो फल रहता है. इस हिसाब से हर दिन लगभग 50 टन की खपत है.
बिष्टुपुर मार्केट में फलों की कीमत
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विदेशी फल — कहां से आता है — कीमत प्रति किलो
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चेरी — अमेरिका,चिली — 2000 रुपये प्रति किलो
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प्लम — अमेरिका, थाइलैंड — 400 रुपये प्रति किलो
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मिनी ऑरेंज — आस्ट्रेलिया — 300 रुपये प्रति किलो
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फूजी सेब — चाइना (नेपाल के रास्ते) — 400 रुपये प्रति किलो
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माल्टा — साउथ अफ्रीका — 400 रुपये प्रति किलो
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अंगुर — अमेरिका — 400 रुपये प्रति किलो
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फल — कहां से आता है — कीमत
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सेब (अमेरिकन बड़ा साइज ) — कश्मीर — 260-200 रुपये
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सेब (अमेरिकन छोटा साइज) — कश्मीर — 80-100 रुपये
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सेब (डिलिसियस) — कश्मीर– 80-100 रुपये
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माल्टा — कश्मीर — 50-60 रुपये
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संतरा — नागपुर — 80-100 रुपये
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अमरूद — रायपुर –120 रुपये
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शरीफा — रायपुर –120-160 रुपये
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