जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में गर्भवती महिला को “ओ” पॉजिटिव की जगह “बी” पॉजिटिव ब्लड दे दिया गया था. इसकी शिकायत परिजनों ने अधीक्षक से की थी. अधीक्षक डॉ रवींद्र कुमार ने इसको गंभीरता से लेते हुए अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है. अधीक्षक ने बताया कि इसकी प्रारंभिक जांच में महिला एवं प्रसूति विभाग की गड़बड़ी सामने आयी है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले महिला एवं प्रसूति विभाग से दिये गये दोनों सैंपल की जांच की गयी. उन्होंने कहा कि सैंपल लेते समय लापरवाही बरती गयी. सैंपल किसी और गर्भवती का था. इस पर नाम किसी और का चढ़ा दिया गया. इसके बाद यह सैंपल ब्लड बैंक भेज दिया गया. ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने उसी रिपोर्ट के आधार पर खून दे दिया. उन्होंने कहा कि अब इस बात का पता लगाया जा रहा है कि महिला का ब्लड किसने निकाल कर दिया था. उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि मरीज को दूसरे ग्रुप का ब्लड चढ़ाना गंभीर विषय है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
पटमदा बेलटाड़ चौक निवासी कामदेव अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर मंगलवार की शाम एमजीएम अस्पताल पहुंचा. डॉक्टरों ने महिला को भर्ती करने के बाद परिजनों को ब्लड लाने को कहा. ब्लड का सैंपल भी दिया. परिजन सैंपल लेकर ब्लड बैंक गये. वहां कागज व ब्लड सैंपल जमा किया. ब्लड डोनेट करने के बाद परिजन को ब्लड बैंक से ‘बी पॉजिटिव’ का ब्लड दिया गया. गर्भवती का ग्रुप ‘ओ पॉजिटिव’ था. परिजनों की ओर से मामले को लेकर हंगामा करने पर फिर वार्ड से गर्भवती का ब्लड सैंपल लिया गया. जांच करने पर ‘ओ पॉजेटिव’ ग्रुप पाया गया.
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