जमशेदपुर, निसार : शहर के 19 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र को दिल्ली कैपिटल्स ने आइपीएल-2024 के लिए 7.2 करोड़ रुपये की मोटी रकम में खरीदा है. कुशाग्र की बेस प्राइस 20 लाख रुपये थी. दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ने के बाद कदमा रामनगर के रहने वाले कुमार कुशाग्र ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि आइपीएल में खेलने का मौका मिलने से वह बहुत खुश है. दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट मंच पर दिग्गजों के साथ खेलने का मौका मिलेगा, जो उसके लिए सौभाग्य की बात है. उसका सपना भारतीय टीम के लिए खेलना है. वह भारतीय टीम की कप्तानी भी करना चाहता है. उसने बताया कि उसकी कामयाबी के पीछे माता-पिता के अलावा उसके कोचों का अहम योगदान है. लोगों ने मैदान पर मेरी पारियां देखी हैं, लेकिन बिहाइंड द सीन इन लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा है. कुशाग्र फिलहाल रांची में झारखंड रणजी टीम के साथ अभ्यास कर रहे हैं. कुमार कुशाग्र बोकारो की ओर से जेएससीए के घरेलू मैच में खेलते हैं. वहीं उन्होंने भारतीय अंडर-19 टीम, झारखंड रणजी टीम और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है.
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प्रभात खबर से बातचीत में शहर के 19 वर्षीय युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने जतायी खुशी
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कदमा के रामनगर में रहता है कुशाग्र का परिवार, बधाई देने वालों का शाम से लगा रहा तांता
जावेद मियांदाद का रिकॉर्ड तोड़कर बटोरी थीं सुर्खियां
आइपीएल में 7.20 करोड़ की बोली लगने के बाद इंटरनेट पर छा जाने वाला कुमार कुशाग्र तब सबसे ज्यादा चर्चा में एक वर्ष पहले आया था, जब उसने रणजी ट्रॉफी प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में नगालैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर इतिहास रचा था. उसने 250 रनों की धमाकेदार पारी खेलते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे कम उम्र (17 साल 141 दिन) में यह रिकॉर्ड बनाया था. इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद के नाम था. उन्होंने 17 साल 311 दिन की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 250 रनों की पारी खेली थी. वहीं, झारखंड के एक और बल्लेबाज इशान किशन के नाम भी 18 साल 111 दिन में 250 रनों की पारी खेलने का रिकॉर्ड है.
परिवार में खुशी, पिता बोले- बेटा एक दिन भारत के लिए खेलेगा, मां बोलीं- हमेशा से मेहनती रहा है बेटा
कुमार कुशाग्र का पूरा परिवार कदमा के रामनगर में रहता है. पिता शशिकांत वाणिज्य सहायक आयुक्त के पद से रिटायर हैं, जबकि माता पुष्पा देवी (गृहिणी) हैं. बोली लगने के बाद उनके घर पर शाम से बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. छोटी बहन सारा व कलश ने बताया कि आस-पड़ोस के लोग शाम से ही घर पर आ रहे हैं. पिता शशिकांत ने बताया कि वह हमेशा से ही अपने बेटे को बड़ा क्रिकेटर बनाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने मात्र पांच वर्ष की उम्र में ही खुद से प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया था. कुशाग्र के पिता ने लंबे समय तक बेटे को ट्रेनिंग दी है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरा बेटा एक दिन भारत के लिए जरूर खेलेगा. मां ने कहा कि मेरा बेटा हमेशा से मेहनती है.
चार बार आइपीएल टीम के ट्रायल में हुए थे फेल, रॉबिन ने अब पाया मौका
रॉबिन मिंज झारखंड के पहले आदिवासी क्रिकेटर हैं, जो आईपीएल में अपना जलवा दिखाएंगे. चार आईपीएल टीमों के ट्रॉयल में फेल होने के बाद इसी साल मुंबई इंडियंस ने उनकी ट्रेनिंग का जिम्मा उठाया. इसके बाद गुजरात ने 3.6 करोड़ में खरीदा.
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