Jharkhand news: टाटा स्टील कंपनी कमांड एरिया में नागरिक सुविधा मुहैया कराने वाली टाटा स्टील यूटिलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेस लिमिटेड जमशेदपुर शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करने के लिए हर पहलू पर काम कर रही है. कंपनी के एमडी तरुण डागा ने बताया कि अपना शहर किस तरह से स्मार्ट सिटी बन रहा है. उन्होंने बताया कि कंपनी शहर के विकास के लिए दो स्तर पर काम कर रही है पहला बेसिक यानी मूलभूत सुविधा जिसमें साफ-सफाई, जलापूर्ति, बिजली आपूर्ति, रोड, गार्डन, स्ट्रीट लाइट शामिल है, वहीं दूसरा पहलू डिजिटल प्रयास कर रहे है. इसमें मुख्य रूप से क्यूआर कोड के माध्यम से कचरे का उठाव एवं जलाशयों (वाटर बॉडी) के सेटेलाइट के माध्यम से और एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग शामिल है.
कंपनी प्रत्येक उपभोक्ताओं के घर से अब क्यूआर कोड के माध्यम से कचरे का उठाव करेगी. इसके लिए सभी उपभोक्ता के घर दरवाजे पर ही क्यूआर कोड लगी होगी. कचरे का उठाव होते ही उसका पूरा फिडबैक उसमें चला जायेगा. सूखा, गिला, कचरा पृथक है या नहीं इसकी जानकारी भी मिल जायेगी. कर्मी घर पर कचरा उठाने गया या नहीं इसकी मॉनिटरिंग भी हो पायेगी. कंपनी कुछ क्षेत्रों में इसका प्रयोग शुरू भी कर चुकी है. टाटा स्टील यूआइएसएल की ओर से यह प्रयोग वर्ष 2020 में ही शुरू की गयी थी, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से बीच में यह रुक गया था. वर्तमान में 15,766 उपभोक्ता के घरों में क्यूआर कोड लग चुका है जबकि 45 हजार हाउस होल्ड के घर तक इसे लगाने का लक्ष्य है.
मरीन ड्राइव के बार-बार खराब होने के मुद्दे पर एमडी तरुण डागा ने बताया कि उनकी टीम इसकी जांच की है और सही पाया है. उन्होंने बताया कि एक नयी तकनीक से मरीन ड्राइव की सड़क का मरम्मत व निर्माण किया जायेगा. पाइप इंजेक्ट पद्धति से सड़क की गुणवत्ता व उसके जल्दी खराब होने कारण का पता लगाया जा सकेगा. सड़क पर डाले जानेवाले पाइप में कंक्रीट को भरा जायेगा. जिसके कुछ बाद वह रिपोर्ट देगी. इसी तरह सड़क क्रैक (फटने की घटना) न हो इसके लिए सड़क निर्माण के दौरान एक सिंथेटिक सीट की चादर लगायी जायेगी. मालूम हो कि जुस्को इसके पूर्व इस सीट का प्रयोग जुबली पार्क गोलचक्कर से बाग-ए-जमशेद वाली सड़क में लगायी गयी है जिसका प्रयोग सफल भी रहा है.
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एमडी श्री डागा ने बताया कि शहर में 5 जगहों पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण कराया जायेगा. इसमें से दो का काम काफी तेजी से चल रहा है जो मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है, वहीं अन्य तीन प्रस्तावित योजना पर सर्वे कार्य चल रहा है. तैयार हो रहे फुटओवर ब्रिज में टाटा स्टील एल टाउन गेट, पावर हाउस गेट शामिल है. मालूम हो कि यहां ड्यूटी के दौरान काफी ट्रैफिक की समस्या हो जाती है. इसके बनने से समाधान होगा. वहीं, तीन प्रस्तावित योजना में साकची जंक्शन व संजय मार्केट के पास, बिष्टुपुर मार्केट एरिया और मानगो जंक्शन शामिल है. एमडी ने एक सवाल के जवाब में कहा स्कूल, कॉलेज वाले स्थान का भी सर्वे स्टडी करा कर जरूरत होने पर वहां भी फुटओवर ब्रिज बनाया जायेगा.
– क्यूआर कोड आधारित प्रत्येक घर से कचरे का उठाव
– इलेक्ट्रिकल व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत संरचना विकसित करना
– सोलर पावर के उपयोग को बढ़ावा देना
– स्मार्ट स्ट्रीट लाइट (सेंट्रलाइज कंट्रोलिंग)
– स्मार्ट इलेक्ट्रिक मीटर
– आइटी आधारित रोड कंडिशन मॉनिटरिंग
– आइओटी आधारित वाटर टावर लेवल मॉनिटरिंग
– एमएसडब्ल्यू सर्विस का आइओटी आधारित मॉनिटरिंग
– सभी जलाशयों की सेटेलाइट आधारित मॉनिटरिंग
– हवा की शुद्धता के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम
– जिम्मेदार स्टील सिटी एप के माध्यम से उपभोक्ताओं की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई व मॉनिटरिंग.
एमडी तरुण डागा ने इसके पूर्व के प्रेसवार्ता में उठाये गये सवालों का जवाब भी दिया. शहर में बन रही सड़कों की प्रगति और उनके विस्तार की जानकारी दी. घोड़ाबांधा जलापूर्ति योजना के तहत क्षमता से अधिक मांग एवं नये उपभोक्ताओं को कनेक्शन कब तक देने के सवाल पर एमडी ने जांच कर जवाब देने की बात कही. प्रेसवार्ता में टाटा स्टील यूआइएसएल के सीनियर जीएम धनंजय मिश्रा, प्रवक्ता सुकन्या दास भी मौजूद थी.
Posted By: Samir Ranjan.