पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन की ओर से 12 वर्षों तक चलाये गये संघर्ष का परिणाम सामने आया है. अब रिम्स रांची, एमजीएम मेडिकल कॉलेज व शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज के सफल 764 छात्र -छात्राओं को एक वर्ष के लिए राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में बॉन्ड आधारित सेवाएं (इंटर्नशिप ) मिलेगा. इनमें सदर अस्पतालों में संचालित सर्टिफिकेट कोर्स के 322 व चिकित्सा महाविद्यालयों से संबंद्ध पारा मेडिकल संस्थानों में संचालित दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के 432 पारा मेडिकल स्टाफ राज्य के सरकारी अस्पतालों से इंटर्नशिप हासिल करेंगे. पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष रामवृक्ष महतो ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सत्र 2020-22 का परीक्षाफल 28 अगस्त 2023 को प्रकाशित हुआ और इंटर्नशिप का संकल्प पत्र 30 अगस्त 2023 को निर्गत हुआ था, इसलिए इसमें कुछ विभागीय दाव पेंच का मामला फंस गया था. इसे लेकर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामवृक्ष महतो ने संशोधन करने का आग्रह किया. यह 28 नवंबर 2023 को स्पष्ट कर दिया गया है. 2006 से चल रहे है पारा मेडिकल कोर्स लेकिन अभी तक एक बार भी स्थायी बहाली नहीं की गयी है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से स्थायी नियुक्ति करने की मांग की.
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