जमशेदपुर: हिंदू उत्सव समिति की ओर से आयोजित दोमुहानी संगम महोत्सव के तहत मकर संक्रांति की संध्या गंगा आरती (सुवर्णरेखा नदी की आरती) देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. नदी तट से ऊपर मरीन ड्राइव तक जहां तक नजर जा रही थी, श्रद्धालु ही श्रद्धालु थे. संध्या 6:50 बजे घंटाल और शंखध्वनि के बीच आरती शुरू हुई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने अपने-अपने मोबाइल की रोशनी जला ली. एक तरफ सुवर्णरेखा नदी की आरती हो रही थी, दूसरी ओर से पूरा वातावरण मोबाइल की रोशनी से जगमग हो उठा. ऐसा लग रहा था मानो गगन के सितारे इसका स्वागत कर रहे हों. बनारस के पांच पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ सुवर्णरेखा की आरती की. जहां श्रद्धालुओं की हजारों आंखें भक्ति में टिक गयीं. इसके साथ ही समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय दोमुहानी संगम महोत्सव का समापन हो गया.
नदी को स्वच्छ रखने के लिए आगे आएं-सरयू राय
मुख्य अतिथि विधायक सरयू राय ने सुवर्णरेखा नदी को स्वच्छ और जीवंत रखने की लोगों से अपील की. उन्होंने कहा कि नदी को हम मां कहते हैं लेकिन जहां-जहां बड़े शहर हैं, वहां की नदियां शहर की गंदगी ढोने वाली माल गाड़ी बन गयी है. सुवर्णरेखा और खरकई को हमें ऐसा नहीं होने देना है. सभी अपने समय का छोटा-छोटा हिस्सा देकर नदी को साफ रखने में मदद करें. उन्होंने कहा कि स्वच्छ रखने के लिए सुवर्णरेखा को पांच हिस्से में बांटा गया है. इसका अंतिम और पांचवां भाग जो समुद्र में मिल गया है, वह तो साफ है क्योंकि वहां किसी तरह की बसावट नहीं है. अन्य चार हिस्से को भी हमें प्रदूषण मुक्त बनाना है.
स्वस्थ और लंबी आयु के लिए नदी को रखें स्वच्छ-त्रिदंडी स्वामी
त्रिदंडी स्वामी ने कहा कि अगर हमें स्वस्थ और लंबी आयु चाहिए तो नदी को स्वच्छ रखना होगा. इस दौरान बीच-बीच में भारत माता और जय श्रीराम के जयकारे होते रहे. कार्यक्रम में शंभूनाथ सिंह व अन्य शामिल हुए. संस्था के अध्यक्ष रवि सिंह की देखरेख में कार्यक्रम हुआ. इसे सफल बनाने में समिति के सभी सदस्यों का योगदान रहा.
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