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झारखंड : दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी का नये सिरे से हो रहा विकास, इको टूरिज्म के लिए काम शुरू

दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी हाथियों के लिए संरक्षित होने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. इको टूरिज्म को ध्यान में रखते हुए इसका नये सिरे से विकास हो रहा है. वहीं, एंट्री से लेकर गेस्ट हाउस और पार्किंग शुल्क में इजाफा किया गया है.

Jharkhand News: हाथियों के अभ्यारण्य दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी का विकास का नया खाका तैयार किया गया है. इसके तहत इको टूरिज्म पर विस्तृत योजना बनायी गयी है. इसको लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. इस प्रस्ताव की मंजूरी को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. अगस्त माह के बाद से इसका काम शुरू कर दिया जायेगा.

जंगल में बनेगी मड हट

जंगल में ‘मड हट’ यानी मिट्टी की झोपड़ी बनायी जायेगी, ताकि लोग वहां आकर ठहर सकें. इसके अलावा नेचर इंटरसेप्सन सेंटर को पूरी तरह अत्याधुनिक बनाया जायेगा. एक टच में लोगों को तमाम जानकारी यहां हो सके, ऐसी व्यवस्था की जा रही है. आंखों में लगाने वाले आडियो वीडियो सिस्टम लगाया जायेगा, ताकि लोग पूरे जंगल और जानवरों की जानकारी ले सकें. एक स्टडी सेंटर के रूप में भी पूरे एरिया को विकसित किया जायेगा. इसके अलावा लोगों के बैठने के लिए जगह-जगह बेंच और वाटर वेंडिंग मशीन लगायी जायेगी.

Also Read: दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में इंट्री करना होगा महंगा, गेस्ट हाऊस का भी किराया बढ़ा

दलमा में भ्रमण करना हाेगा महंगा

  • जंगल में ‘मड हट’ यानी मिट्टी की झोपड़ी बनायी जायेगी.

  • आंखों में लगाने वाले आडियो वीडियो सिस्टम लगाया जायेगा.

  • जगह-जगह बेंच और वाटर वेंडिंग मशीन लगायी जायेगी.

  • दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में इंट्री करना होगा महंगा.

  • गेस्ट हाऊस का भी किराया बढ़ा.

  • एक सितंबर, 2023 से नयी दर हाेगी लागू.

  • केंद्र की महत्वापूर्ण स्वदेश दर्शन योजना में दलमा भी शामिल.

  •  हाथियों के लिए संरक्षित है यह सैंक्चुरी.

स्वदेश दर्शन योजना में शामिल दलमा

पूर्वी सिंहभूम जिले में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी को ए श्रेणी के पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता मिली है. यह सैंक्चुरी 193 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली है. इसकी ऊंचाई 3000 फीट है, जहां से रात में जमशेदपुर टिमटिमाते तारे की तरह नजर आता है. स्वदेश दर्शन योजना के तहत दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी को विकसित करने का काम शुरू कर दिया गया है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वदेश दर्शन योजना में दलमा को भी शामिल किया गया है. इसके तहत डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से इसे इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है.

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माकुलाकोचा और पिंडराबेड़ा गेस्ट हाउस के पास आकर्षक घास लगाये जा रहे

दलमा के माकुलाकोचा और पिंडराबेड़ा गेस्ट हाउस के पास आकर्षक घास लगाये जा रहे हैं. म्यूजियम के आस-पास भी सजावट हो रही है. गेस्ट हाउस और म्यूजियम के पास 6000 सजावटी पौधे लगाये गये हैं. जगह-जगह पेबर ब्लॉक भी बिछाए जा रहे हैं. इसके अलावा पानी की उपलब्धता जानवरों को भी मिले, इसके लिए चेक डैम बनाया जा रहा है. दलमा के डीएफओ डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि जंगल को इको टूरिज्म के लिहाज से विकसित किया जा रहा है. इससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी.

दलमा में घूमना होगा महंगा

दूसरी ओर, दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में अब भ्रमण करना महंगा होगा. एक सितंबर से नयी दर लागू होगी. एंट्री फीस दो रुपये की जगह अब 20 रुपया होगा. वहीं, दमला गेस्ट हाउस के कमरे का किराया दो हजार रुपये हो जाएगा. पहले कमरे का किराया एक हजार रुपये था. पर्यटकों से अलग-अलग सेवाओं के लिए इको मैनेजमेंट फीस लिया जाएगा. इसके अलावा चार पहिया वाहनों से 80 रुपये की जगह 600 रुपये लगेंगे. सूत्र बताते हैं कि वाहनों की दर में इतनी वृद्धि क्षेत्र को इको टूरिज्म में तब्दील करने को लेकर किया गया है. बताया गया है कि पार्किंग दर में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए पर्यटक दलमा क्षेत्र में कम वाहनों को लाएंगे.

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193 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी 

193 वर्ग किलोमीटर में फैली यह सैंक्चुरी 3000 फीट की ऊचांई पर स्थित है. वर्ष 1975 में स्थापित इस सैंक्चुरी को ए श्रेणी के पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता मिली है. यह सैंक्चुरी हाथियों के लिए संरक्षित है. इसमें हाथी के अलावा बंदर, भालू, सियार, हिरण, जंगली मुर्गी, लाल गिलहरी समेत अन्य पशु-पक्षी के साथ-साथ सैकड़ो प्रकार के जड़ी-बूटी के पौधे पाये जाते हैं. मालूम हो कि संजय गांधी ने इस अभ्यारण्य का उद्घाटन किया था. इसमें स्तनधारियों, पक्षी प्रजातियों और वनस्पति प्रजातियों की एक विस्तृत विविधता मौजूद है.

कैसे पहुंचे यहां

दलमा आप सड़क और वायुमार्ग दोनों तरह से आप पहुंच सकते हैं. रांची-टाटा मुख्य मार्ग में स्थित इस सैंक्चुरी का निकटतम रेलवे स्टेशन चांडिल है जो 22 किलोमीटर दूर स्थित है. इसके अलावा 38 किलोमीटर की दूरी पर टाटानगर (जमशेदपुर) रेलवे स्टेशन है. यह रेलवे स्टेशन दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है. यह रेलवे स्टेशन कोलकाता के अलावा मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, पटना, रायपुर, भुवनेश्वन आदि जगहों से सीधा जुड़ा है.

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निकटतम हवाई अड्डा रांची का बिरसा मुंडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है

अगर आप हवाई मार्ग से दलमा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी आना चाहते हैं, तो 122 किलोमीटर दूर स्थित रांची का बिरसा मुंडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. यहां से आप सड़क मार्ग से सैंक्चुरी आसानी से पहुंच सकते हैं.

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