करनडीह दिशोम जाहेरथान स्थित पंडित रघुनाथ मुर्मू हॉल में आयोजित संताली परसी माहा सह साहित्यिक गोष्ठी के दूसरे दिन शनिवार को बतौर मुख्य अतिथि आदिवासी कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन मौजूद थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार जनजातीय भाषा-संस्कृतिक व समाज के उत्थान के प्रति गंभीर है. इस दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है. झारखंड में जल्द ही साहित्य अकादमी का गठन किया जायेगा. इस दिशा में आवश्यक प्रक्रिया चल रहा है. लंबे समय से संताल यूनिवर्सिटी की मांग की जा रही है. इसे भी धरातल पर जल्द ही उतारा जायेगा. इससे यहां की भाषा-संस्कृति को समृद्ध व विकसित बनाने में काफी मदद मिलेगी. इस दौरान मुख्य अतिथि चंपाई सोरेन ने साहित्य अकादमी 2023 के विजेता टीसी बास्के को सम्मानित किया.
कई विषयों पर किया मंथन
साहित्यिक गोष्ठी में कई विषयों ने मंथन किया गया. शनिवार को प्रथम सत्र में संतालों की परंपरा व आधुनिक चुनौती विषय पर साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें जाहेरथान कमेटी के चेयरमैन माझी युवराज टुडू, संताली राइटर्स एसोसिएशन पूर्वी सिंहभूम शाखा की सचिव ताला टुडू, जलेश्वर किस्कू, स्वपन हेंब्रम अपनी बातों को रखा. सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान, संताल समाज की लोकगीत-संगीत समेत अन्य विषय पर मंथन किया गया. इसमें प्रो. विकास मुर्मू, धनुराम मार्डी, प्रो. निशोन हेंब्रम, दिजोपोदो हांसदा, आसेका के सचिव-शंकर सोरेन, गोपाल हांसदा, रवींद्र मुर्मू, लखाई बास्के, नयन मुर्मू मौजूद रहे.
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