नाला. बारिश के कारण दलाबड़ गांव के किसान नारद घोष का कच्चा मकान गिर गया. मकान ढह जाने से पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. पीड़ित परिवार के पास एक ही टाली का घर है, उस घर में वह परिवार के साथ रहें या फिर गाय-बछड़ा और बकरी को रखे. पीड़ित नारद घोष ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास के अलावा अबुआ आवास के लिए उसने मुखिया एवं अधिकारियों को कई आवेदन दिए लेकिन अबतक उसे आवास नहीं मिला है. मकान गिरने से मकान के नीचे रखा सामान और अनाज सब कुछ नष्ट हो गया है. पीड़ित नारद घोष मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. बताया कि गनीमत रही कि पत्नी वंदना घोष दूसरे टाली के घर में बैठे हुई थी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. अनाज और सारा सामान उस मकान के नीचे दब कर नष्ट हो गया है. उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. तीन दिनों से हो रही बारिश, जन जीवन प्रभावित मिहिजाम. पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने सामान्य जन जीवन पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. पिछले 24 घंटे से लगातार तेज हवा के साथ बारिश होने से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. नगर में 24 घंटे से बिजली गायब है. वहीं जामताड़ा-मिहिजाम मुख्य पथ पर कई स्थानों पर पेड़ की डालियां टूट कर सड़क पर गिरी है. नगर थाने निकट सड़क पर एक बड़ा पेड़ की डाली गिरने से सुबह करीब 10 बजे तक आवागमन बाधित रहा. बारिश की वजह से कई जगह जल जमाव का सामना लोगों को करना पड़ रहा है. तेज बारिश का प्रभाव चित्तरंजन रेलनगरी में भी देखा जा रहा है. सीमा पर स्थित अजय नदी में जल का स्तर बढ़ गया है. रेल नगरी के विभिन्न बांधों में भी जल का स्तर काफी बढ़ गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है