जामताड़ा. भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस पर शुक्रवार को समाहरणालय परिसर में डीसी कुमुद सहाय ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान डीडीसी निरंजन कुमार, परियोजना निदेशक आइटीडीए जुगनू मिंज, एसी पूनम कच्छप आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. डीसी कुमुद सहाय ने कहा कि प्रकृति, जंगल, जमीन एवं आदिवासी अस्मिता के संरक्षक, महान स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी महानायक भगवान बिरसा मुंडा की जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है. उनके आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था. भारतीय इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे, जिन्होंने अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया. वहीं डीडीसी सहित अन्य अधिकारियों ने कोर्ट मोड़ मोड़ स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. मौके पर एसडीओ अनंत कुमार, सिविल सर्जन डॉ आनंद मोहन सोरेन, सीओ अविश्वर मुर्मू, नपं ईओ दानिश हुसैन आदि थे. …………. नारायणपुर में भगवान बिरसा को किया याद फ़ोटो – 07 धरती आबा के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते बीडीओ और सीओ प्रतिनिधि नारायणपुर- नारायणपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में शुक्रवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती सह झारखंड राज्य स्थापना दिवस मनाई गई. वहीं बीडीओ मुरली यादव, सीओ देवराज गुप्ता ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यर्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. बीडीओ ने कहा कि प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण झारखंड पर अंग्रेजों ने 19 शताब्दी में लालची निगाही डालनी शुरू कर दी थी. अंग्रेज यहां के निवासियों को वन सहित अन्य धरोहर से दूर रख रहे थे. जिसके विरूद्ध भगवान बिरसा मुंडा ने जंग छेड़ अंग्रेजों के छक्के छुड़ाए थे. हम सभी आजीवन भगवान बिरसा मुंडा के ऋणी रहेंगे.
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