जामताड़ा. जिले भर में मकर संक्रांति का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया. श्रद्धालु अपने-अपने घरों से तिल, गुड़ लेकर अजय नदी, बराकर नदी में स्नान के लिए पहुंचे. नदी में स्नान करने के बाद मंदिरों में पूजा-अर्चना की और तिल-गुड़ का दान कर पुण्य किया. अजय नदी के सतसाल घाट पर मकर संक्रांति मेला का आयोजन किया गया, जो धूमधाम से शुरू हुआ. श्रद्धालु सर्दी के बावजूद घने कोहरे में भी घाटों पर पहुंचकर मकर स्नान किया. भगवान भोले शंकर के मंदिर में जलार्पण करने के बाद श्रद्धालुओं ने मेला क्षेत्र में घूमते हुए विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद लिया. मकर संक्रांति मेले में शहर व आसपास के क्षेत्रों के लोग भारी संख्या में पहुंचे. मेले में खासतौर पर चुड़ा, गुड़, तिल, दही, केला, मुढ़ी उपलब्ध था. लोग अपने साथ खाने-पीने का सामान भी लेकर आए थे. परिवार के साथ दिनभर नदी के किनारे आनंद लिया. शीला नदी तट पर स्नान के लिए उमड़ी भीड़ कुंडहित. प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया. कोहरे एवं ठंड के बावजूद लोगों ने अहले सुबह से सिद्धेश्वरी उर्फ शीला नदी समेत विभिन्न निकटवर्ती जलाशयों में आस्था की डुबकी लगायी. मकर संक्रांति के दिन लोगों ने चावल का पीठा तिलकुट आदि पीतर को अर्पण कर ग्रहण किया. साथ ही दही, चूड़ा, पीठा के साथ विशेष तौर पर खिचड़ी का आनंद उठाया. इस दिन लोग दान करना शुभ मानते हैं. कुंडहित के सिंह वाहिनी मंदिर में लोगों की भीड़ देखने को मिली. सूर्य के उत्तरायण होने के बाद शुभ समय शुरू होने के उपलक्ष में लोगों ने पूजा अर्चना कर देवी देवताओं से मंगल कामनाएं की. प्रमुख पिकनिक स्थल कांधीहाड़ा में मेले का भी आयोजन हुआ.
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