जामताड़ा. डीसी कुमुद सहाय की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में गुरुवार को विटामिन ए व एनीमिया मुक्त भारत को लेकर बैठक हुई. इस अवसर पर डीसी ने कहा कि एनीमिया एक गंभीर बीमारी है, जो शारीरिक व मानसिक क्षमता को प्रभावित करता है. यह विश्व में सबसे अधिक पाईं जाने वाली पोषण संबंधी में से एक है. भारत में आधा से ज्यादा आबादी एनीमिया से पीड़ित हैं. एनीमिया बच्चों, महिलाओं, किशोर व किशोरियों को अधिक प्रभावित करती है. शरीर में खून की कमी होने पर लोग एनीमिया से प्रभावित हो जाते हैं. उन्होंने एनीमिया मुक्त भारत सप्ताह के दौरान लक्षित छह से 59 माह के बच्चे, पांच से नौ वर्ष के बच्चे, 10 से 19 वर्ष के किशोर-किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री महिलाएं शामिल हैं कि हिमोग्लोबिन की जांच एवं उपचार, एनीमिया से बचाव के लिए सभी लक्षित आयुवर्ग में आइएफए का संपूर्ण आहार, लौहयुक्त भोजन को बढ़ावा देने के लिए लोगों के बीच जागरूकता का प्रसार करने का निर्देश दिया. डीसी ने अधिकारियों को स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया. वहीं आइएफए की पर्याप्त आपूर्ति एवं वितरण करने को कहा. अस्पतालों में रोस्टर के अनुसार डॉक्टर्स एवं मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी आदि के बारे में विमर्श किया. कहा स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाएं और अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज दें. सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर, डब्लूएचओ डॉ अमित कुमार तिवारी ने सभी बिंदुओं पर पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी. मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी चार्ल्स हेंब्रम, एसीएमओ, एसीएमओ डॉ कालीदास मुर्मू, एमओआइसी डॉ निलेश कुमार आदि थे.
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