जामताड़ा. संयुक्त किसान मोर्चा एवं संयुक्त ट्रेड यूनियन की ऑनलाइन बैठक अनिर्वान बोस की अध्यक्षता में हुई. इस अवसर पर 26 नवंबर को देशव्यापी किसान-मजदूर प्रदर्शन का आह्वान किया गया. निर्णय लिया कि 26 नवंबर को राजधानी रांची में शहीद चौक से उपायुक्त कार्यालय तक मजदूर-किसान विरोध मार्च सुबह 11 बजे से निकाला जायेगा. प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त, रांची को ज्ञापन सौंपा जायेगा. कार्यक्रम के व्यापक तैयारी करने को लेकर विचार विमर्श किया गया. वहीं 26 नवंबर को जिलों में विरोध प्रदर्शन जमशेदपुर, कोडरमा, धनबाद, बोकारो, गुमला, जामताड़ा, दुमका में उपायुक्त को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम तय किया गया. सभी साथियों से उक्त कार्यक्रम में भाग लेने को कहा गया. मौके पर झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो, कोषाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार, संयुक्त सचिव असीम सरकार, शंकर उरांव, सीटू महासचिव विश्व जीत देव, सीटू सचिव संजय पासवान, अनिर्वान बोस, किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष पूरन महतो, अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव पुस्कर महतो आदि मौजूद थे. मुख्य मांगे – 9 दिसंबर 2021 में नरेंद्र मोदी सरकार एवं किसान आन्दोलन के बीच लिखित समझौता को लागू किया जाए. किसानों के फसलों के लिए एम एस पी की कानूनी गारंटी करो, किसानों को सी2 प्लस 50 के दर से एम,एस,पी, सुनिश्चित करो. 4 लेबर कोड रद्द करो, संविधान बचाओ देश बचाओ. ठेकाकरण,आउट सोर्सिंग बंद करो. खाद्य पदार्थों, दवा, चिकित्सा उपकरण पर जीएसटी समाप्त करें. वन अधिकार अधिनियम(एफआरए) शक्ति से लागू करो. अति अमीरों पर वेल्थ टैक्स लगाओ. झारखंड में हाथियों के आतंक का स्थायी समाधान निकालें, हाथियों द्वारा मृत किसानों को 1 करोड़ रुपए घायलों को 50 लाख रुपए तथा फसल क्षति पर प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा की गारंटी करें. गिग वर्कर्स न्यूनतम मजदूरी, कानूनी एवं सामाजिक सुरक्षा दें. ओ पी एस( ओपीएस) लागू करें. एचईसी बचाओ, सरकारी निजीकरण रोके. स्कीम वर्कर्स को न्यूनतम वेतन एवं सरकारी बहाली देने का मांग है.
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