मिहिजाम. गुरुनानक देवजी की 555वीं जयंती प्रकाश पर्व के तौर पर मनाया गया. स्थानीय गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ कीर्तन व लंगर का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा में मत्था टेका. वाहेगुरू की जय, वाहेगुरू की फहत के जयकारे से गुरुद्वारा गुंज रहा था. मौके पर जम्मू से पधारे रागी जत्था के प्रमुख भाई इंद्रजीत सिंह व संतों के शब्द कीर्तन से श्रद्धालु निहाल हुए. इसी के साथ 10 दिनों से जारी सहज पाठ की समाप्ति हुई. इससे पूर्व चार दिनों तक श्रद्धालुओं ने नगर में प्रभातफेरी निकाली. इस मौके पर गुरुद्वारा साहिब को सजाया-संवारा गया था. शब्द कीर्तन और गुरुवाणी की प्रस्तुति से पूरा माहौल भक्ति रस में डूबा था. गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने वालों को सिरोपा प्रदान कर सम्मानित किया. बताया कि 17 नवंबर को रूपनारायणपुर से विशाल नगर कीर्तन आरंभ होगा. नगर कीर्तन चित्तरंजन होकर मिहिजाम नगर भ्रमण के बाद गुरुद्वारा साहिब पहुंच कर संपन्न होगा. मौके पर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जगजीत सिंह, सचिव गुरमित सिंह, उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, रोहित सिंह, अमरजीत सिंह, अमरीक सिंह, रंजीत सिंह, हरपाल सिंह आदि शामिल हुए.
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