जामताड़ा. सावित्री देवी डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ विजय कुमार ने विश्व आदिवासी दिवस पर विद्यार्थियों को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की तिथियों के बारे में जानकारी दी. कहा कि अगस्त क्रांति ने आजादी के आंदोलन को गति दी थी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मुंबई अधिवेशन-1942 में अंग्रेजों को भारत से निकालने का प्रस्ताव पारित किया था. नौ अगस्त को महात्मा गांधी ने ग्वालिया टैंक मैदान में ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ और ‘करो या मरो’ का नारा दिया था. इसके बाद आंदोलन ने ऐसी गति पकड़ी की अंग्रेजों के छक्के छूट गये थे. बिहार के विद्यार्थियों ने विधान भवन पर तिरंगा फहराया और अपने प्राण न्यौछावर कर दिये. आजादी सबसे बड़ी नेमत है. कहा आज की पीढ़ियों को कई तरह के अधिकार मिले हुए हैं, परंतु इन अधिकारों के साथ कुछ कर्तव्य भी हैं. हमारा दायित्व है कि हम देश के विकास एवं समृद्धि के लिए काम करें. एकता और भाईचारे को बनाए रखें. विविधता ही भारतीय संस्कृति की पहचान है. इसमें टकराहट पैदा नहीं होनी चाहिए, जो जिस क्षेत्र में है, ईमानदारी एवं लगन से काम करें. कर्म को अपनी पहचान बनाएं. यह देश महान बलिदानियों का धरोहर है. इसे समृद्ध एवं सुरक्षित बनाना हर नागरिक का कर्तव्य है.
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