बुंडू के रेलाडीह पंचायत का जंगल हाथियों की शरण स्थली बन गयी है. पिछले 10 दिनों से 50 हाथियों का झुंड इस जंगल में जमे हुए हैं. घना जंगल होने के कारण हाथियों को खदेड़ने में ग्रामीण और वन विभाग के कर्मी डरे हुए हैं. आसपास के ग्रामीणों ने गुरुवार की शाम पांच बजे तक पटाखे जलाकर गांव की तरफ उतरने से रोका. ग्रामीणों ने कहा कि उनकी फसल का जब नुकसान होता है तो वन विभाग के अधिकारी पहुंचते हैं. लेकिन हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग के पास कोई कारगर टीम नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के जमे रहने से आसपास के दर्जनों गांव के लोग रातजगा करने को विवश हैं. रात आठ बजे के बाद से रास्ते में लोगों का आवागमन बंद हो जाता है. सांसद व विधायक भी मामले पर गंभीर नहीं हैं. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से हाथियों से बचाव के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
Also Read: खूंटी : बीजेपी के लाभार्थी सम्मेलन में विधायक नीलकंठ सिंह बोले- मोदी सरकार ने हर वर्ग का किया विकास
प्रखंड क्षेत्र के पंचायत सचिवालय पुंडीदीरी में गुरुवार को मुखिया लक्ष्मीकांत सिंह मुंडा की अध्यक्षता में विशेष आमसभा आयोजित की गयी. जिसमें डीलरों द्वारा राशन कार्डधारियों से दो महीना का अंगूठा लेकर एक महीने का राशन देने की शिकायत पर डीलरों से जानकारी मांगी गयी. डीलरों ने आमसभा में एक महीना का ही राशन आवंटन की जानकारी दी. कार्यालय के आदेशानुसार अंगूठा का निशान दो महीने का लेना है और राशन एक महीने का ही देना है. मौके पर आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, स्वास्थ्य सहिया, जल सहिया व अन्य जन समस्याओं पर भी बारी-बारी से जानकारी ली गयी. आमसभा में ग्राम प्रधान भूतनाथ मुंडा, अनिल मुंडा, उप मुखिया संगीता देवी, वार्ड सदस्य व ग्रामीण उपस्थित थे.