महुआडांड़. जिले में चमगादड़ों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले है. महुआडांड प्रखंड में चमगादड़ों के अलावा कई कबूतरों की मौत हुई है. प्रखंड के मेदनीनगर रोड स्थित लिप्टस बगान में कई दशक से चमगादड़ों का बसेरा है. पिछले दो-तीन दिन में दर्जनों चमगादड़ की मौत हो चुकी है. कुछ पेड़ के नीचे गिरे पड़े हैं, तो कुछ मरने के बाद भी पेड़ से लटक रहे हैं. मरे हुए चमगादड़ाें को ग्रामीण उठाकर खाने के लिए ले जा रहे हैं. वहीं साले गांव के करमटोली में कई कबूतर की मौत हो गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि इतने संख्या में चमगादड़ की मौत पहली बार देखी है. गर्मी के कारण सभी की मौत हुई है.
करंट से दो पशुओं की मौत
लातेहार. सदर थाना क्षेत्र के शीशी पंचायत के बारियातू खालसा गांव स्थित बिजली ग्रिड के समीप रविवार दोपहर विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से दो पशुओं की मौत हो गयी. विश्व हिंदू परिषद के जिला गो प्रमुख श्रीराम सिंह ने बताया कि बारियातू खालसा गांव के ग्रिड के समीप 11 हजार वोल्ट का तार जमीन से तीन-चार फीट ऊपर लटक रहा था. चरने के दौरान सुदेशवर भुइयां व अनिल भुइयां की गाय तार के संपर्क में आ गयीं. मौके पर ही दोनों पशुओं की मौत हो गयी. मनिका प्रखंड के जिप सदस्य बलवंत सिंह व विजय सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली. इसके बाद जिप सदस्य ने इसकी सूचना बिजली विभाग के अधिकारियों को दी. उन्होंने विभाग से पशु मालिकों को मुआवजा देने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है