हेरहंज. प्रखंड के कई गांवों-टोलों में आज तक बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं. तासू पंचायत के हुंडी गांव में सड़क नहीं है. हुंडी गांव से आराहरा या नवादा जाने के बाद ही कालीकरण पथ से लोग जुड़ पाते हैं. दोनों ओर की दूरी करीब दस किलोमीटर है. इसमें हुंडी, नवाड़ी, तासू, आराहरा, कसियाडीह, मोहनपुर, जानी, जवार, लात, बनकीता सहित दर्जनों गांव आते है. इनमें हुंडी, कसियाडीह, बनकीता के लोग सड़क की समस्या से रोजाना परेशान होते है. आलम यह है कि हुंडी टोंगरी में बाइक चढ़ाना भी मुश्किल होता है. एक बाइक को चार-पांच लोग लगकर टोंगरी पार कराते हैं. ग्रामीण बताते हैं कि आजादी के बाद से कभी भी यह पथ नहीं बना. इसके अलावे तासू पंचायत के भड़गांव गांव में स्थित नदी पर पुल नहीं होने के कारण भी स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है. बारिश के मौसम में भड़गांव प्रखंड मुख्यालय से कट जाता है. पगडंडी के सहारे करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय कर लोग पहाड़ को पार कर किसी प्रकार प्रखंड मुख्यालय पहुंच पाते हैं.
कभी नहीं बनी सड़क
हुंडी गांव के ग्राम प्रधान स्वरूप पाहन व ग्रामीण रमेश गंझू ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक यहां सड़क नहीं बनी है. गांव में बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है. बारिश के मौसम में जिंदगी काफी कठिन हो जाती है. सड़क बन जाने से ग्रामीणों को बहुत सुविधा हो जायेगी. उन्होंने जिला प्रशासन से इस दिशा में सार्थक पहल की मांग की है. तासू पंसस उपेंद्र यादव ने कहा कि पंचायत में कई पथ काफी जर्जर स्थिति में है. जानी मोड़ से बंदरलोरिया-भड़गांव होते मुनुकदाग, नवादा-लातेहार पथ से बनकीता-हुंडी-बालू पथ, सरधाबार मोड़ से चौरा-बसराही-चाया पथ आराहरा से कसियाडीह-मोहनपुर-पतरातू पथ, भड़गांव में नदी पर पुल निर्माण सहित कुछ कार्य काफी आवश्यक है. इसे लेकर कई बार डीसी, विधायक, सांसद सहित अन्य अधिकारियों को आवेदन दिया जा चुका है, पर हमारी सुननेवाला कोई नहीं है.
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