महुआटांड. जिले के बारियातू प्रखंड के अमराडीह पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय महुआटांड़ मे शिक्षक नही आते है. जिससे बच्चो की पढ़ाई भी ठप्प है तथा मध्याह्ण भोजना भी नही मिल रहा है. विद्यालय मे दो शिक्षक बालदेव राम व चामु उरांव कार्यरत है. इसका खुलासा ग्रामणो ने किया है. ग्रामीण ने बताया कि अपने बच्चो को विद्यालय पहुंचाने आये, तो देखा की विद्यालय का एक कमरा खुला है, जिसमें दस से बारह बच्चे बैठे है. जिसमे वर्ग एक से पांच तक के बच्चे है. ग्रामीणों को वर्ग पांचवी की छात्रा रिंकी कुमारी ने बताया एक शिक्षक अपने घर खाना खाने गये हैं. दूसरे शिक्षक को बुखार है, इसलिए विद्यालय नहीं आये है. बच्चों को शिक्षकों ने कहा था कि हल्ला मत करना हम लोग खाना खाकर आ रहे हैं. इस दौरान विद्यालय के कार्यालय में ताला लटका हुआ था. बच्चों ने बताया कि मध्याह्ण भोजन नहीं मिलने के कारण बच्चो की उपस्थिति कम रह रही है. विद्यालय लगभग 50 बच्चों को नामांकन है. ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षकों के बारे मे पूछने पर बच्चों ने बताया कि जिला के उच्च अधिकारी फील्ड में घूमने आ रहे हैं. इसलिए जल्दी स्कूल बंद करना है. ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे खुलता है और 11:00 बंद कर दिया जाता है. बच्चों को चावल नहीं होने का हवाला देकर मध्याह्ण भोजन नहीं दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि जिले के उच्च अधिकारी विद्यालय की व्यवस्था को दुरुस्त करने को प्रति गंभीर नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र में लगभग सभी स्कूलों का यही हाल है.
क्या कहते है अधिकारी:
इस संबंध मे जिला शिक्षा अधीक्षक गौतम कुमार साहू ने कहा कि विद्यालय बंद करना पूरी तरह से गलत है. शिक्षक विद्यालय नहीं जा रहे है यह उनकी लापरवाही है. पूरे मामले की जांच करा कर दोषी शिक्षको पर कार्रवाई की जायेगी.
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