132 केवीए ट्रांसमिशन लाइन टावर निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रोक दिया है. शनिवार को दूसरे दिन भी ग्रामीणों काम नहीं होने दिया. इसे लेकर एसडीओ नीत निखिल सुरीन ने ग्रामीणों के साथ बैठक की. मौके पर एसडीपीओ राजेश कुजूर, बीडीओ सह सीओ अमरेन डांग, थाना प्रभारी आशुतोष यादव, एसआइ रोशन कुमार, परहाटोली पंचायत मुखिया रीता खलखो, पंचायत समिति सदस्य निर्मला टोप्पो, पंचायत सेवक भीखू प्रसाद, बिजली विभाग के कर्मी व संवेदक उपस्थित थे.
अधिकारियों ने कहा कि 132 केवीए लाइन टावर बनने से स्थानीय लोगों को नुकसान नहीं होगा. टावर वाली जमीन पर 85 प्रतिशत और लाइन गुजरने वाली जमीन पर 15 प्रतिशत जमीन के एवज में मुआवजा दिया जायेगा. अधिकारियों के काफी समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने. इस पर एसडीओ ने कहा कि ट्रांसमिशन टावर निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब हो कि चैनपुर गांव में विद्युत ग्रिड का निर्माण चल रहा है. ग्रिड शुरू करने के लिए 132 केवीए ट्रांसमिशन लाइन टावर लग रहा है, लेकिन कुरो कला, खुर्द व कीता गांव के ग्रामीणों इसका विरोध कर रहे हैं. मालूम हो कि प्रखंड में नेतरहाट और डुमरी से बिजली आती है. कहीं फॉल्ट होने पर दो से तीन दिन फॉल्ट खोजने में समय लग जाता है. मात्र 33 केवीए लाइन से सप्लाई होने के चलते प्रखंड के सभी 14 पंचायतों को बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पाती है. इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा 132 केवीए विद्युत लाइन और चैनपुर में ग्रिड स्थापना की मंजूर दी गयी थी. इसके बाद प्रखंड के 14 पंचायतों को निर्बाध बिजली मिल पायेगी