लोहरदगा : उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में खनन टास्क फोर्स की बैठक हुई. इसमें अवैध तरीके से बालू का उठाव और पत्थर की ढुलाई करनेवालों पर औचक निरीक्षण कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. औचक निरीक्षण के लिए एक टीम का गठन किया जायेगा. जिसमें एसडीओ, डीटीओ, सहायक खनन पदाधिकारी, संबंधित सीओ और संबंधित थाने की पुलिस होगी.
बैठक में हिंडालको प्रबंधन को निर्देश दिया गया कि अगले 15 दिनों के भीतर खनन कार्य के लिए लीज पर ली गयी भूमि का ब्योरा संबंधित कागजात समर्पित करे. साथ ही बंद हो चुके माइंस, जो सरकार को हस्तगत कर दी गयी हो, उन जमीनों का भी ब्योरा उपलब्ध कराएं.
बैठक में सहायक खनन पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 29 क्रशर खदान हैं. जिसमें 22 चालू स्थिति में है और सात बंद हैं. इसी प्रकार जिले में कुल 15 माइंस हैं, जिनमें नौ माइंस हिंडालको प्रबंधन के हैं. हिंडालको प्रबंधन के पांच माइंस वर्तमान में चल रहे हैं. हिंडालको प्रबंधन को निर्देश दिया गया कि माइंस के संचालन में जो भी गाइडलाइन हैं, उसका पालन सुनिश्चित करें.
खनन का कार्य पूरा करने के बाद रैयत की जमीन का समतलीकरण अवश्य करायें. सीएसआर के तहत प्रदूषण नियंत्रण, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क आदि क्षेत्र में भी प्रबंधन द्वारा कार्य किया जाना है. जिसकी अनदेखी की जा रही है. इन कार्यों को भी सुनिश्चित किया जाये.
ओवर लोडिंग के विषय पर सहायक खनन पदाधिकारी ने बताया कि जो भी खनिज माइंस से निकाल कर वाहनों से भेजा जाता है, उसका चालान काट कर इसकी जानकारी जिला परिवहन पदाधिकारी, लोहरदगा को उपलब्ध करा दी जा रही है. इसमें ई-चालान जेनरेट किया जाता है.
बैठक में एसपी प्रियंका मीणा, डीडीसी अखौरी शशांक सिन्हा, एसडीओ अरविंद लाल, डीटीओ कृष्ण कन्हैया राजहंस, सहायक खनन पदाधिकारी भोला हरिजन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कनीय अभियंता, हिंडालको प्रबंधन के प्रतिनिधि व अन्य शामिल थे.
posted by : sameer oraon