कुड़ू. प्रखंड में उच्च शिक्षा के नवीन अध्याय का प्रारंभ करने वाले प्रखंड के माराडीह गांव निवासी राजेंद्र नाथ भारती जो अपने व्यक्तित्व के कारण राजा बाबू के नाम से प्रसिद्ध थे, उनको मंगलवार को अविराम कॉलेज आफ एजुकेशन टिको कुड़ू में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन करते हुए नमन किया गया. वर्षों पूर्व जब 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कुड़ू प्रखंड के बच्चे उच्च विद्यालय कि पढ़ाई करने जाते थे, तब राजा बाबू ने लगभग 16 एकड़ जमीन दान करते हुए कुड़ू के माराडीह में उच्च विद्यालय की स्थापना कराये थे. विकट परिस्थितियों में माराडीह में 27 हजार की राशि से विद्यालय की स्थापना की गयी, जिसके लिए 16 एकड़ भूमि दान दे दी थी. वर्तमान में गांधी मेमोरियल टेन प्लस टू उच्च विद्यालय माराडीह से हजारों बच्चे शिक्षित होकर विभिन्न पदों पर सरकारी सेवा दे रहे हैं. अविराम समूह राज्य के लोहरदगा व लातेहार जिलों में बीएड, डीएलएड, बीएससी नर्सिंग, एएनएम, डी फार्मेसी, विद्यालीय शिक्षा, आजीविका, मत्स्य, बागवानी, बत्तख,कुक्कुट आदि के क्षेत्र में कार्य कर रहा है. उसके प्रथम सचिव व मुख्य प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करने वाले राजेन्द्र नाथ भारती उर्फ राजा बाबू की पहली पुण्यतिथि पर अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन टिको कुड़ू में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन करते हुए नमन किया गया. बताया जाता है कि राजेंद्र नाथ भारती उर्फ राजा बाबू अविराम कॉलेज आफ एजुकेशन टिको कुड़ू के सचिव इंद्रजीत कुमार के पिताजी थे.अविराम के सचिव इंद्रजीत कुमार ने अपने पिता,मार्गदर्शक व मित्र के रूप में उन्हें याद करते हुए कहा कि बाबू जी दूरदर्शी व उदार व्यक्तित्व के थे उन्हीं की शिक्षाओं पर अविराम आज कार्य कर रहा है. श्रद्धांजलि समारोह में कॉलेज की प्राचार्य डॉ प्रतिमा त्रिपाठी, पंकज भारती, कुंदन गिद्ध, आफताब, जंगबहादुर सहित अन्य शामिल थे.
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