पाकुड़. विश्व मलेरिया दिवस की तैयारियों को लेकर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने प्रेसवार्ता का आयोजन कर विश्व मलेरिया दिवस से संबंधित जानकारी दी. सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने कहा कि मलेरिया की रोकथाम एवं उसके बचाव के लिए अपने आसपास पानी को जमा न होने दें. जमे हुए पानी में कीटनाशक, जला हुआ मोबिल, किरासन तेल डालें, जिससे मच्छर प्रजनन न कर सके. पानी की टंकी को ढक कर रखें. फ्रिज, कूलर व अन्य बर्तनों का पानी सप्ताह में एक दिन अवश्य सुखा लें. घरों के अंदर कीटनाशक का छिड़काव करें एवं मच्छरदानी का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है. इस दिन मलेरिया को नियंत्रित करने, उसके उन्मूलन के वैश्विक प्रयास के बारे में और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजन किया जाता है. भारत में संक्रमण के 65 फीसदी प्लाजमोडियम वाइवैक्स तथा 35 प्रतिशत प्लाजमोडियम फैल्सीपैरम के कारण होता है. छोटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं में इस रोग के प्रति प्रतिकार क्षमता अत्यंत कम होती है. इसके कारण माता मृत्यु, मृत शिशुओं का जन्म, नवजात शिशुओं का वजन अत्यधिक कम होना एक प्रमुख समस्या है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है