मेदिनीनगर. पलामू जिले में लगे 3,423 किलोमीटर नंगे तारों को बिजली विभाग कवर वायर में बदलेगा. इस योजना पर राज्य सरकार द्वारा रीभैम डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत काम कराया जायेगा. इसके लिए सरकार द्वारा बिजली विभाग को 216 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. विभाग ने इसके लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया है. नंगे तार को बदल कर कवर वायर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. मालूम हो कि पलामू जिले में कवर वायर लगाने का काम किया गया था, लेकिन उस दौरान कई जगहों पर कवर वायर लगाना छूट गया था. इसका उपभोक्ताओं ने विरोध किया था, जिसके कारण कवर वायर नहीं लगाया जा सका था. लेकिन इस बार बची जगहों को चिह्नित कर लिया गया है. इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. जबकि 11 केवीए का 85 किलोमीटर लाइन जोड़ा जायेगा. इस योजना के तहत 86 नये ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे. 86 एवी स्विच लगाये जायेंगे. कृषि के क्षेत्र में 11 किलोमीटर बिजली का तार लगाया जाना है. कृषि आधारित क्षेत्रों में 12 नये ट्रांसफर लगाये जायेंगे. जबकि छतरपुर में 57 करोड़ की लागत से कवर वायर लगाये जाने की योजना है. मालूम हो की पलामू जिले में बिजली विभाग का दो डिवीजन है. एक डालटनगंज व दूसरा छतरपुर डिवीजन है. वहीं बिजली विभाग के द्वारा जितने भी नये कनेक्शन दिये जा रहे हैं. सब में स्मार्ट मीटर लगाने का प्रावधान है. यह आरडीएसएस योजना के तहत लगाया जा रहा है. जितने भी पुराने मीटर हैं. उसमें वैसे मीटर बदले जायेंगे. जिन उपभोक्ताओं के यहां किसी तरह का बकाया नहीं है. स्मार्ट मीटर मोबाइल की तरह रिचार्ज के आधार पर चलेगा. इसमें दो तरह की सुविधा दी जा रही है. पहला प्रीपेड व दूसरा पोस्टपेड लगाया जायेगा. यह उपभोक्ताओं पर निर्भर करेगा. जब भी कोई रिचार्ज किया जायेगा. तो उसके खत्म होने के छह दिन पहले ही उपभोक्ता के मोबाइल पर मैसेज आने लगेगा. ताकि वह रिचार्ज करा सके. रिचार्ज रात्रि में खत्म होने पर भी लाइन नहीं काटी जायेगी. रिचार्ज खत्म होने पर उसे सुबह में लाइन काटी जायेगी. रिचार्ज करने के 15 मिनट के अंदर बिजली चालू हो जायेगी. इस मीटर के लग जाने के बाद कोई भी व्यक्ति एक बार मीटर रीडिंग लेने के बाद 21 दिन के बाद ही मीटर का रीडिंग लिया जा सकता है. यह स्मार्ट मीटर निशुल्क उपभोक्ताओं के घर में लगाया जायेगा.
डालटनगंज व छतरपुर डिवीजन में खर्च होंगे 216 करोड़
जानकारी के अनुसार डालटनगंज डिवीजन में 159 करोड़ की लागत से 2400 किलोमीटर कवर वायर लगाया जायेगा. जबकि छतरपुर डिवीजन में 57 करोड़ की लागत से 823 किलोमीटर कवर वायर लगाया जायेगा.
रुकावट डालने पर मजिस्ट्रेट व पुलिस की ली जायेगी मददः सहायक अभियंता
कवर वायर लगाने को लेकर सहायक अभियंता अमित कुमार खेस ने कहा कि पिछली बार उपभोक्ताओं के द्वारा विरोध करने के कारण कई जगह पर तारों को नहीं बदला जा सका था. लेकिन इस बार जहां इस तरह की समस्या आयेगी. वहां पुलिस बल व मजिस्ट्रेट की मदद लेकर सभी नंगे तारों को बदल दिया जायेगा. विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता राजकुमार ने बताया कि यह योजना 2026 के जून तक पूरी कर ली जायेगी. कई जगहों पर काम शुरू कर दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है