मेदिनीनगर. मंगलवार को शहर थाना रोड स्थित आंबेडकर पार्क में संविधान दिवस पर जन चौपाल का आयोजन हुआ. संपूर्ण ग्राम विकास केंद्र संस्था के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें शामिल लोगों ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद संविधान के उद्देशिका का सामूहिक पाठ किया गया. लोगों ने संविधान में निहित कर्तव्यों व दायित्वों को निभाने का संकल्प लिया. जन चौपाल में पानी की समस्या और उसके समाधान विषय पर विस्तार से चर्चा की गयी. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने इस विषय पर विचार व्यक्त किया. संस्था के विनोद कुमार ने कहा कि मानव सहित जगत के सभी जीवों व प्राणियों के लिए जल आवश्यक है. जल के बिना किसी प्राणी के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. बदलते परिवेश में शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. बारिश कम होने के कारण शहरी एवं ग्रामीण इलाकों के जल स्रोत सूख जाते हैं. उन्होंने कहा कि बारिश का कम होना एक अलग विषय है. लेकिन जलस्रोत को बचाये रखना आम नागरिकों की जिम्मेवारी है. जिले के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में यह देखा जा सकता है कि पुराने जलस्रोत का अतिक्रमण किया गया है. वही कई ऐसे जलस्रोत हैं, जो प्रदूषित हैं. नदी, नाले, आहर, पोखर सहित अन्य जलस्रोतों को बचाने की जरूरत है. इसके लिए अभियान चलाना होगा. जल संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है. इप्टा के राष्ट्रीय समिति कार्यकारिणी सदस्य उपेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि पानी की समस्या से निपटने के लिए सामूहिक भागीदारी आवश्यक है. शहरी क्षेत्र में आहर, तालाब को भर कर मकान व दुकान बना दी गयी. इस वजह से शहर में जल संकट उत्पन्न हुआ है. इप्टा के जिलाध्यक्ष प्रेम भसीन ने पुराने जलस्रोतों को बचाने के लिए अभियान तेज करने की जरूरत बतायी. कार्यक्रम में डॉ संजय, डॉ सीमा, प्रोफेसर अजय, राजदेव, जेम्स हेरेज, गोपीनाथ, दशरथ, पुष्पा कुमारी, सुनैना देवी, सोनवा देवी सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किया और जलस्रोत के संरक्षण के लिए अभियान तेज करने का संकल्प लिया. कार्यक्रम का संचालन प्रेम प्रकाश ने किया.
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