नावा बाजार. थाना क्षेत्र के बसंत यादव (18) की मौत ट्रैक्टर का चक्का चढ़ जाने से हो गयी. वह पीपरा गांव के भोला यादव का पुत्र था. जानकारी के अनुसार कंडा स्थित एकेएम ईंट भट्टा से सोमवार की शाम करीब सात बजे टैक्टर की ट्रॉली में ईंट लोड कर कजरूकला गांव गया था. लौटने के क्रम में अरर व खोढी गांव के बीच ट्रैक्टर चालक विजय सिंह, बसंत यादव व अन्य एक मजदूर ने शराब का सेवन किया. बताया जाता ट्रैक्टर विजय सिंह चला रहा था. बसंत यादव बैठा हुआ था. ब्रेक लगाने के बाद वह से गिर गया और उस पर ट्रैक्टर का चक्का चढ़ गया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद चालक विजय सिंह ने जानकारी ईंट भट्ठा के मालिक अशोक कुमार मेहता को दी. सूचना मिलते ही अशोक मेहता ने घायल बसंत को ट्रैक्टर से नावा बाजार स्थित बुलबुल हॉस्पिटल में भर्ती कराया. निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने रात्रि में मेदिनीनगर एमएमसीएच रेफर कर दिया. घायल बसंत की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. इसी क्रम में रास्ते में ही बसंत यादव ने दम तोड दिया. मंगलवार की सुबह बसंत यादव का शव घर पहुंचा. घर में कोहराम मच गया. सूचना मिलने के बाद नावाबाजार थाना प्रभारी चिंटू कुमार व एएसआइ सुधीर कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली. शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, लेकिन परिजनों व स्थानीय लोगों ने मुआवजा की राशि की मांग को लेकर पोस्टमार्टम के लिए शव को उठाने नहीं दिया. परिजनों का कहना था कि जब तक मुआवजा के रूप में पांच लाख रुपये नहीं मिल जाता, तक तक शव नहीं उठाने दिया जायेगा. ईंट भट्ठा मालिक के साथ समझौता के बाद करीब एक बजे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर एमएमसीएच भेज दिया है. बताया जाता है कि मृतक भी एकेएम ईंट भट्ठा में ट्रैक्टर चालक था. लेकिन सोमवार को अपना ट्रैक्टर छोड़ दूसरे ट्रैक्टर चालक के साथ मजदूरी करने चला गया था. थाना प्रभारी चिंटू कुमार ने बताया कि घटना के सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है.
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