मेदिनीनगर (पलामू) सैकत चटर्जी: झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर के पोखराहा के रहने वाले 19 वर्षीय संकेत कुमार ने यूट्यूब पर एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है. यह एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड है जिसे कोई कभी भी नहीं तोड़ पायेगा. इसके लिए संकेत कुमार को कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में इंकजाइड संस्था के द्वारा सम्मानित किया गया है. उनका सपना झारखंड का नंबर वन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनने का है. कोलकाता से लौटकर संकेत कुमार ने प्रभात खबर से खास बातचीत की.
निराश होकर पहले काम छोड़ा, फिर दोबारा जुटाई हिम्मत
संकेत कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि कोरोना काल में जब सब कुछ बंद था तो इंटरनेट की दुनिया ही सहारा थी. इसी समय चारों तरफ निराशा के बीच संकेत ने यूट्यूब को माध्यम बनाकर काम करना शुरू किया. जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि यूट्यूब पर साधारण तरीके से काम कर सफल नहीं हुआ जा सकता. आठ महीने तक काम करने के बाद उन्होंने निराश होकर काम छोड़ दिया. कुछ महीने के बाद दोबारा इस पर रिसर्च शुरू की. फिर उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की सोची. अब उनके सामने संकट यह था की आखिर ऐसा क्या किया जाये जो अनोखा हो और उनका नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो जाये.
आखिरकार काम आया 23 का जादुई आंकड़ा
अनोखा कुछ कर गुजरने का तमन्ना लिए संकेत लगातार ऐसी चीजों पर नजर रखना शुरू किया जो वर्ल्ड रिकॉर्ड से जुड़ा हुआ हो. ऐसी संस्थाओं से संपर्क बनाया जो इस क्षेत्र में काम करते हो. आखिरकार अनोखा कुछ करने की सोच के तहत उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल Mr. Dto Experiment के माध्यम से 23 सितंबर 2023 को 23 घंटे में 23-23 मिनट के लेंथ के 23 वीडियो अपलोड किए. यूट्यूब में इतने कम समय में सिलसिलेवार ढंग से पहली बार इतने विडिओ अपलोड किया गया था जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना. आगे उन्होंने कहा की यह रिकॉर्ड इसलिए कोई नहीं तोड़ सकता क्यों की 23 सितम्बर 2023 दोबारा कभी नहीं आ सकता. इसलिए 23 नंबर का यह जादुई आंकड़ों वाला रिकॉर्ड कोई नहीं बना सकता है.
Also Read: झारखंड में है एक ऐसी नदी, जिसके गर्म जलस्रोत में नहाने से दूर हो जाते हैं चर्म रोग
कोलकाता में मिला सम्मान पलामू को किया समर्पित
संकेत कुमार द्वारा किए गए इस अनोखे कार्य के लिए उन्हें इंकजाइड संस्था द्वारा कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. यूट्यूब पर संकेत कुमार के कार्यों के लिए उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड के अलावा ग्रैंड मास्टर ख़िताब से भी नवाजा गया है. इसके अलावा संकेत के कई अन्य चैनल को भी पुरस्कार मिला. उन्होंने अपने इस वर्ल्ड रिकार्ड और ग्रैंड मास्टर ख़िताब को पलामू के वैसे युवाओं को समर्पित किया है जो सोशल मीडिया से जुड़कर आपने भविष्य सवारने का सपना देख रहे हैं.
यूट्यूब ने दिया सिल्वर बटन
संकेत कुमार के कार्यों को मान्यता देते हुए यूट्यूब ने भी उन्हें प्रतिष्ठित सिल्वर बटन प्रदान किया है. संकेत बताते है की सिल्वर बटन मिलने से उन्हें काफी हौसला मिला है. अब वे दोगुने उत्साह से गोल्ड बटन पर अपना ध्यान लगाया है. अनुमान है की जल्द ही उन्हें यूट्यूब का गोल्ड बटन भी मिल जायेगा. उन्होंने बताया की यूट्यूब पर सफल होने के लिए एक सिस्टम के अनुसार काम करना होता है. बेतरतीब तरीके से काम करने से या वीडियो अपलोड करने से हो सकता है की एक दो विडिओ वायरल हो जाये लेकिन उससे पैसो की आमदनी नहीं होगी. उसके लिए लगातार काम करते रहना जरुरी है.
अपने कमाने के साथ दूसरों को भी दे रहे हैं रोजगार
खुद यूट्यूब से पैसा कमाने साथ संकेत अन्य युवाओं को भी रोजगार दे रहे है. सकेंत अब अपने कस्टमर का चैनल को भी मोनेटाइज करने का काम करते है. इसके लिए संकेत अपनी कंपनी में छह युवाओं को जोड़ा है, उन्हें भी संकेत के माध्यम से रोजगार मिल रहा है. संकेत ने अपने पोखराहा स्थित ऑफिस में एक साथ कई सिस्टम पर पुरे दिन में 20 से 22 घंटा तक काम करते हैं. एक जुनून के साथ वे अपने साथियों के साथ यूट्यूब पर सफलता के नए सोपान गढ़ने के लिए मेहनत कर रहे हैं.
संकेत की बढ़ती लोकप्रियता से इलाके के युवा लगातार उनसे जुड़ रहे हैं
यूट्यूब पर संकेत तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. कभी अपनी पहचान के लिए संघर्ष करने वाले संकेत अभी किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं. खासकर युवाओं के बीच वे काफी लोकप्रिय हैं. लोग लगातार उनसे जुड़ रहे हैं. संकेत एक साथ चार मोबाइल का इस्तेमाल कर सभी से संपर्क बनाये रखते हैं. वे युवाओं को यूट्यूब पर सफल होने के लिए उसकी टेक्निक भी बताते हैं. उनका कहना है कि बिना टेक्निक जाने यूट्यूब पर सफल होना मुश्किल काम है. देश के कोने-कोने से लोग अब अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए संकेत से संपर्क करते हैं.
अब अपना सपना पूरा करने के लिए किया है टारगेट सेट
अब वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद संकेत कुमार अपना सपना पूरा करने का टारगेट सेट करते हुए काम कर रहे हैं. उनका सपना झारखंड का नंबर वन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनने का है. इसके लिए वे एक टीम बनाकर काम कर रहे हैं. फ़िलहाल संकेत अपने सात अलग-अलग यूट्यूब चैनल के माध्यम से काम कर रहे हैं. उन्हें यकीन है कि 2024 के अंत तक वे झारखंड का नंबर एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बन जायेंगे.