प्रतिनिधि, गिद्दी (हजारीबाग). गिद्दी सी परियोजना में 25 नवंबर को दो अपराधियों ने हथियार लहराया था और लिफ्टर के स्टॉफ श्यामसुंदर पांडेय को धमकी दी थी. पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है. इस घटना में शामिल अमन श्रीवास्तव गिरोह के तीन गुर्गे को गिरफ्तार किया है. इसमें भुरकुंडा हाथीडाड़ी के सुजीत कुमार गोस्वामी (पिता स्व नंदलाल गोस्वामी), भुरकुंडा क्षेत्र सयाल पीपल सेंटर के विक्की राम (पिता राजदेव राम), भुरकुंडा के अमोद कुमार गुप्ता (पिता स्व अरुण कुमार गुप्ता) शामिल हैं. घटना के दिन विक्की व सुजीत जो स्वेटर व जैकेट पहने थे, उसे जब्त कर लिया गया है. बड़कागांव के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार व गिद्दी थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने पत्रकारों को बताया कि हजारीबाग पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बड़कागांव सीडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. उपलब्ध साक्ष्य व पतरातू पुलिस के सहयोग से इस कांड में शामिल उक्त तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि हजारीबाग जेल में बंद अमन श्रीवास्तव ने इस घटना की योजना बनायी थी. अमन श्रीवास्तव के लोगों ने अपराधियों को लाल रंग की बाइक व हथियार उपलब्ध कराया था. विक्की राम व सुजीत कुमार गोस्वामी हथियार के साथ बाइक से गिद्दी सी में घटना को अंजाम देने पहुंचे थे. अमोद कुमार गुप्ता रिवर साइड भुरकुंडा में रेकी कर रहा था. घटना के बाद भुरकुंडा के रास्ते से अपराधियों को भागना था, लेकिन घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी कुरकुट्टा के रास्ते से भागे थे. अमन श्रीवास्तव के लोगों ने इन तीन अपराधियों को 25 हजार देने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि अनुसंधान में इस कांड का मुख्य कारण लेवी के लिए घटना को अंजाम दिया गया था. इस संबंध में गिद्दी थाना में आइपीएल के लिफ्टर मनोज राम ने मामला दर्ज कराया था. छापामारी अभियान में बड़कागांव के सीडीपीओ पवन कुमार, गिद्दी थाना प्रभारी कुंदन कुमार, कुमार अश्वनी, हवलदार इंद्रदेव मोची शामिल थे.
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