गिद्दी (हजारीबाग). पूर्व विधायक गुरुदास चटर्जी के शहादत दिवस पर मासस के तत्वावधान में रविवार को रैलीगढ़ा पार्टी कार्यालय में सेमिनार का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता सुंदरलाल बेदिया ने की. सर्वप्रथम डॉ भीमराव आंबेडकर तथा गुरुदास चटर्जी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया. सेमिनार में मासस के केंद्रीय वरिष्ठ नेता मिथिलेश सिंह ने कहा कि गुरुदास चटर्जी गरीबों की आवाज थे. कोयला माफियाओं ने वर्ष 2000 में उनकी हत्या कर दी थी. मौजूदा समय में उनके विचार ज्यादा प्रासंगिक हैं. महंगाई व बेरोजगारी से आम जनता त्रस्त है. देश फासीवाद की ओर बढ़ रहा है. सेमिनार में मासस के जिला अध्यक्ष देवचंद महतो, आरडी मांझी, धनेश्वर तुरी, राजेंद्र गोप, शहीद अंसारी, अमृत राणा, कैलाश महतो ने भी अपनी-अपनी बातें रखी. सेमिनार में तूफानी राम, रामकिशुन मुर्मू, मो. इस्लाम, मो जैनुल, मो एनाम, कैलाश, देवनारायण गोप, राजकुमार लाल, हरखू बेदिया, फागू बेदिया, मोगल राम, धनराज महतो, हरि प्रसाद, जगदीश महतो, रसका मांझी, धनंजय सिंह, धनू महतो, कार्तिक टुडू, प्रभु गोप, संझुल मांझी, सोहन मांझी, प्रदीप रवानी, बिहारी मांझी उपस्थित थे.
गुरुदास चटर्जी गरीबों की आवाज थे : मिथिलेश सिंह
गुरुदास चटर्जी गरीबों की आवाज थे : मिथिलेश सिंह
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