उरीमारी. सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र की उरीमारी साउथ परियोजना को राज्य सरकार ने 34.64 हेक्टेयर फोरेस्ट जमीन का क्लीयरेंस दे दिया है. स्टेज टू में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को फोरेस्ट जमीन क्लीयरेंस करने के लिए पिछले वर्ष दो जुलाई को पत्र भेजा था. इसके बाद केंद्र सरकार ने फॉरेस्ट जमीन का क्लीयरेंस कर राज्य सरकार को भेज दिया गया. अब उरीमारी साउथ से उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है. फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने के बाद प्रबंधन डिपार्टमेंटल कार्य एक से दो दिन में शुरू करेगा. उरीमारी साउथ में डिपार्टमेंटल व आउटसोर्सिंग दोनों के जरिये पहले ओबी उत्पादन होगा. इसके बाद कोयला निकालने का काम होगा. इस परियोजना से चार साल में 11 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया जायेगा. एक से दो दिन में उरीमारी साउथ में कार्य शुरू कर दिया जायेगा. महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह ने सभी पदाधिकारियों, विस्थापितों व यूनियन प्रतिनिधियों को बधाई दी है. इस परियोजना के चालू होने से कोयले के उत्पादन में और वृद्धि होगी. बरका सयाल क्षेत्र को टारगेट पूरा करने में मदद मिलेगी. विस्थापितों की ओर से विसमो सचिव महादेव बेसरा ने कहा कि उरीमारी साउथ के नये साइड खुलने से विस्थापितों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलेगा. इसके लिए बरका सयाल प्रबंधन को बधाई दी है.
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