सड़कों पर दिखाई झारखंडी सभ्यता व परंपरा की झांकी
रामगढ़. सोमवार की संध्या आदिवासी छात्र संघ के द्वारा सरहुल मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर शहर के विभिन्न हिस्सों से सरहुल का जुलूस निकाला गया. जुलूस सुभाष चौक पहुंचकर संपन्न हुआ. आदिवासी समाज के लोग पूरी तरह से प्रकृति के रंग में रंग गए थे. हर ओर झूमर और झारखंडी वेश भूषा में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक हथियारों के साथ नजर आ रहे थे. सुभाष चौक में जिलास्तरीय सरहुल मिलन समारोह क आयोजन किया गया था. इसमें जिला के विभिन्न क्षेत्र से आदिवासी समाज की ओर जुलूस व झांकी निकाली गयी. जुलूस में जहां झारखंडी सोच, तो झांकी में झारखंड के वीर सपूतों की वीरता को दर्शाया गया था. सभी जुलूस व झांकी ढोल-मांदर व नगाड़ा के थाप पर सरना झंडा की अगुवाई में प्रकृति के उपासक झूमते, गाते अबीर, गुलाल के साथ उत्साहित होकर मुख्य पथ से आयोजन स्थल सुभाष चौक पहुंचे. यहां पर आयोजन समिति की ओर से सभी जुलूसों का मिलान कर सम्मानित किया गया. साथ ही, सरबत व शीतल पेयजल वितरण किया गया. वहीं मंच पर अतिथियों का स्वागत समिति की ओर से झारखंडी परंपरा के अनुसार लोटा-पानी कर कान में दूब घास व सखूआ के डाल को कानों में खोंसकर तथा झारखंडी पगड़ी पहनाकर किया गया. साथ ही सखूआ के पत्ते से बनाए गए टोपी पहनाकर अपनी परंपरा को जीवंत कर दिया. सभी ने अपनी संस्कृति को बचाने व जल, जंगल, जमीन की रक्षा करने का संकल्प लिया. समारोह में अध्यक्षता व स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष सुनील मुंडा ने दिया.