भुरकुंडा/पतरातू : पीवीयूएनएल व पुलिस-प्रशासन के खिलाफ पतरातू प्रखंड के 25 गांवों में शुरू हुआ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही. इस दौरान तीसरे दिन करीब दो दर्जन भूख हड़तालियों की हालत बिगड़ गयी है. जांच करने पहुंचे प्रखंड अस्पताल से डॉ मनोज कुमार गुप्ता ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद गंभीर स्थिति वाले हड़तालियों को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी.
ग्रामीण जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा, पुनर्वास व विस्थापितों को मिलने वाली सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. दूसरी ओर, बलकुदरा में हड़ताल पर बैठी ग्रामीण महिला डॉली देवी को जबरन चिकित्सकीय टीम ने हड़ताल से उठाने की कोशिश की. इस पर ग्रामीण भड़क गये.
डॉली देवी ने कहा कि यदि जबरन उठाया गया, तो आत्मदाह कर लूंगी. आंदोलन को समर्थन दे रहे आजसू के केंद्रीय महासचिव रोशनलाल चौधरी ने कहा कि यह आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है. उनके साथ गंगाधर महतो, दिलीप दांगी, अशोक पाठक, भुनेश्वर महतो, ब्रजेश सिंह, लालू महतो, मनोज राम, राकेश विश्वकर्मा आदि भी थे.
भूख हड़ताल कर रहे जयनगर के इमरान अंसारी, खुर्शीद अंसारी, शिवचरण ठाकुर, किन्नी के सुमेल उरांव, तल्लू उरांव, मुकेश महतो, उचरिंगा के लक्ष्मीकांत महतो, हेसला के शिवनाथ मुंडा, मसन मुंडा, रवींद्र मुंडा, कटिया के तापेश्वर महतो, वीरेंद्र महतो, सुरेंद्र महतो, अमित कुमार, दीपक कुमार, सुधीर कुमार, बलकुदरा के डॉली देवी, अनिल कुमार मुंडा, करमा मुंडा की हालत खराब बतायी जा रही है. सभी 25 गांवों को मिला कर करीब 200 ग्रामीण भूख हड़ताल पर हैं.
भूख हड़ताल को समर्थन दे रहे आजसू के गोमिया विधायक लंबोदर महतो व आजसू के केंद्रीय महासचिव रोशनलाल चौधरी ने गुरुवार को विभिन्न गांवों में पहुंच कर भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों से मुलाकात की. उनके आंदोलन को समर्थन दिया. विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है. हक की लड़ाई की आवाज अब विधान सभा में उठेगी.
posted by : sameer oraon