ईश सेवक फादर कांस्टेंट लीवंस की 131वीं पुण्यतिथि मनायी गयीरांची. ईश सेवक फादर कांस्टेंट लीवंस की 131वीं पुण्यतिथि रविवार को मनायी गयी. पुरुलिया रोड स्थित संत मरिया महागिरजाघर में आयोजित मिस्सा बलिदान के मुख्य अनुष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के बिशप लिनुस पिंगल एक्का और उपदेशक खूंटी कैथोलिक धर्मप्रांत के बिशप विनय कंडुलना थे. मिस्सा की शुरुआत में फादर कांस्टेंट लीवंस के धन्य घोषणा और संत घोषणा के लिए विशेष प्रार्थना की गयी. बिशप विनय कंडुलना ने कहा कि ईश सेवक फादर कांस्टेंट लीवंस हमारे लिए आशीष लेकर आये. अपने छोटे जीवनकाल में उन्होंने 70000 लोगों को प्रभु से जोड़ा. वे ईश्वर की पुकार सुन सकते थे और हम भी ईश्वर पर विश्वास कर उन्हें सुन सकते हैं. आज हम जो भी हैं लीवंस और अन्य मिशनरियों की वजह से ही हैं. बिशप लिनुस पिंगल एक्का ने कहा कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर शिक्षा के विकास में कैथोलिक विश्वास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है और यह फादर कांस्टेंट लीवंस के कठिन परिश्रम का ही फल है. इससे पूर्व यीशु धर्मसंघ के प्रोविंशियल फादर अजीत खेस ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया.
मूर्ति का अनावरण
मिस्सा के बाद मनरेसा हाउस में फादर कांस्टेंट लीवस की घोड़े पर बैठी प्रतिमा का अनावरण हुआ. अनावरण बिशप लीनुस पिंगल एक्का व बिशप विनय कंडुलना ने किया. तरुणोदय कांके के फादर फ्रांसिस मिंज ने कांस्टेंट लीवंस के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं का विवरण सुनाया. इस अवसर पर पल्ली पुरोहित फादर आनंद डेविड खलखो सहित अन्य पुरोहित, धर्मबंधु, धर्मबहनें सहित बड़ी संख्या में आम विश्वासी थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है