वरीय संवाददाता (रांची).
एसीबी की टीम ने शुक्रवार को नेपाल हाउस स्थित जल संसाधन विभाग में छापेमारी कर प्रशाखा पदाधिकारी ममता झरना एक्का और अपर डिवीजन क्लर्क विजय कुमार को गिरफ्तार किया है. दोनों 15 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे. ममता झरना एक्का डीबडीह बाइपास स्थित मारिया हाइट्स के फ्लैट नंबर-503 की रहनेवाली है. वहीं, विजय कुमार पेटरवार थाना क्षेत्र के चापी का रहनेवाला है. रिश्वत मांगने के मामले में झारखंड मंत्रालय में एसीबी की यह संभवत: पहली छापेमारी है. एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि डैम साइड धुर्वा सिंचाई कॉलोनी में रहनेवाली मेरी नाग ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी. मूल रूप से जमशेदपुर के मानगो स्थित डिमना रोड की निवासी मेरी नाग जल संसाधन विभाग में निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर पदस्थापित है. वह किडनी रोग से ग्रसित है. उसके पिता ने इलाज में हुए खर्च की प्रतिपूर्ति के लिए 2018 में जल संसाधन विभाग में आवेदन दिया था. काफी प्रयास के बाद इलाज में हुए खर्च के रूप में 6,77,000 रुपये स्वीकृत हुए. स्वीकृत राशि के भुगतान के एवज में प्रशाखा पदाधिकारी ममता झरना एक्का 50 हजार रुपये मांग रही थी. मेरी नाग ने इसकी शिकायत एसीबी से की. आवेदन के आधार पर डीएसपी नीरा प्रभा टोप्पो ने शिकायत का सत्यापन किया. मामला सही पाये जाने पर एसीबी थाना में केस दर्ज किया गया. इसके बाद एसीबी की टीम शुक्रवार को जल संसाधन विभाग पहुंची और ममता झरना एक्का व विजय कुमार को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी के दौरान एसीबी की टीम को काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा, लेकिन एसीबी की टीम दोनों को गिरफ्तार करके कार्यालय ले आयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है