Ram Mandir Pran Pratishtha: रामचरितमानस में आदि कवि वाल्मीकि ने श्रीराम को धर्म की प्रतिमूर्ति बताया है. उनके अनुसार ”रामो विग्रहवान धर्म:” अर्थात राम धर्म का साक्षात श्रीविग्रह हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश उत्साहित है. राजधानी के विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठन महोत्सव को भव्य बनाने में जुटे हुए हैं. पूरा शहर श्रीराम ध्वज से सज गया है. अनुष्ठान को लेकर संगठन दो माह से तैयारी में जुटे हुए हैं. कारसेवकों ने अयोध्या के भ्रमण के बाद घर-घर में अक्षत वितरण का कार्यक्रम पूरा कर लिया है. श्रीराम के भक्तों ने एक-दूसरे को आमंत्रण देते हुए अयोध्या के श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग राशि भी जोड़ी. अब अमृत कलश यात्रा व शोभायात्रा निकालकर आयोजन का उत्साह साझा कर रहे हैं.
पूरी राजधानी राममय हो चुकी है़ हर तरफ पताके लहरा रहे हैं़ यह तस्वीर लालपुर चौक की है, जहां भगवान श्रीराम की तस्वीर सभी का मन मोह रही है़ आकर्षक लाइटिंग की गयी है.
सीएमपीडीआइ गेट के सामने कांके डैम में 21 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर राम सह गंगा आरती होगी. श्री बगलामुखी ब्रह्म विद्या संस्थान के सचिव पंडित रामदेव पांडेय ने बताया कि अक्टूबर 2018 में राज्य में पहली बार यहीं गंगा आरती हुई थी. आयोजन में आलोक कुमार, रजनीश पाठक, मेघा पांडेय, मंगलम कुमार, अभिजीत पांडेय और विद्याराज पांडेय होंगे. दोपहर तीन बजे धर्मेंद्र कुमार राय व भजन मंडली द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी. कार्यक्रम में सांसद संजय सेठ और विधायक समरी लाल शामिल होंगे.
चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति रविवार दोपहर 12 बजे शोभायात्रा निकालेगी. शोभायात्रा रातू रोड स्थित इंद्रपुरी स्थित शिव मंदिर परिसर से निकलेगी़ इसमें प्रभु श्रीराम की जीवंत झांकी निकाली जायेगी. प्रभु पुष्पक विमान में सवार रहेंगे. गाजे-बाजे के साथ निकलनेवाली शोभायात्रा में जीवंत झांकी सहित अन्य कुछ आकर्षण का केंद्र होगा. यह झांकी विभिन्न स्थानों से गुजरेगी़ कारसेवकों को सम्मानित किया जायेगा. वहीं दिल्ली के कलाकार नाटय मंचन व सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे. समिति अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि तैयारी पूरी हो गयी है.
मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी समूह से काफी महिलाएं जुड़ चुकी हैं. घर के काम के बीच से समय निकालकर महिलाएं घर-घर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण पत्र बांट रही है. संगठन की महानगर प्रमुख फुल कुमारी ने बताया कि एक जनवरी से अक्षत वितरण कार्यक्रम को शुरू किया गया था. इसके लिए महिलाओं के अगल-अलग समूह तैयार किये गये. इलाकावार जिम्मेदारी सौंपी गयी. इससे अयोध्या का संकल्पित अक्षत लोगों के घर में पहुंचाया जा सका. सहयोगी प्रीति सिन्हा, नरेंद्र, देवी गाड़ी, चंदा देवी व अन्य ने अक्षत वितरण कार्यक्रम को पूरा कराया. फुल कुमारी कहती हैं : एक भी घर आमंत्रण से न छुटे यह प्रयास है. 22 जनवरी को घर के आंगन में दीपोत्सव मनाया जायेगा.
विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर काली पूजा स्वागत समिति ने हरमू व रातू रोड में अक्षत वितरण का कार्यक्रम पूरा किया. समिति के प्रेम वर्मा ने बताया कि अयोध्या से लाये गये अक्षत को संगठन ने बड़े पैमाने पर वितरित किये. धार्मिक अभियान के तहत समिति ने घर-घर जाकर अक्षत वितरण किया. शिवशक्ति नगर, आनंद नगर, भवानी नगर, किशोरगंज समेत अन्य इलाकों में लोगों को अक्षत साैंपने के साथ-साथ अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर का आमंत्रण भी दिया गया. समिति 21 जनवरी को शाम सात बजे भजन संध्या का आयोजन करेगी. वहीं, 22 जनवरी को सुबह आठ बजे श्रीराम दर्शन यात्रा निकाली जायेगी. 1100 भक्तों के बीच हनुमान चालीसा और श्रीराम लड्डू बांटे जायेंगे. एक श्रीराम लड्डू का वजन 250 ग्राम होगा. दर्शन यात्रा में 500 से अधिक शामिल होंगे, जो श्रीराम ध्वज हाथ में लेकर चलेंगे.
आशा सेवा भारती और नारी शक्ति संगठन की महिलाएं अपने-अपने इलाके में घर-घर दीपोत्सव को सफल बनाने में जुटी हुई हैं. संगठन की आशा भारती ने बताया कि इसकी तैयारी पिछले एक महीने से की जा रही है. सबसे पहले घर-घर अक्षत दान कार्यक्रम को सफल किया गया. साथ ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण पत्र पहुंचाया गया. संगठन की सुमति देवी, नरेंद्र झा और राजीव लोगों के घरों को चिह्नित करने में जुटे हैं. खास बात है कि काफी लोग साथ जुड़ते जा रहे हैं. प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन घर-घर दीया कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. प्रभु श्रीराम के स्वागत में प्रत्येक मोहल्ले के घर में 11, 21 और 51 दीये जलाये जायेंगे.
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