रांची : नगर निगम ने सफाई कर्मियों को प्रतिमाह दी जानेवाली दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि को बंद कर दिया है. मार्च, अप्रैल व मई का भुगतान सभी 2200 कर्मियों को किया गया, लेकिन जून से निगम ने प्रोत्साहन राशि देना बंद कर दिया है. इससे नाराज सफाईकर्मी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गये. सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मियों ने अलबर्ट एक्का चौक, बहू बाजार व सिरोमटोली में प्रदर्शन किया.
सफाई कर्मियों ने कहा कि कोरोना को लेकर जब लॉकडाउन हुआ था, तब डर के मारे सफाईकर्मी काम पर नहीं आ रहे थे. इस पर निगम ने कहा था कि आप नियमित रूप से काम करें, हर माह दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जायेगी, लेकिन जून से निगम ने प्रोत्साहन राशि देना बंद कर दिया. पैसे के लिए हमलोग जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे थे. जब तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिलेगी, तब तक काम पर नहीं लौटेंगे.
शहर के किसी हिस्से से नहीं उठा कूड़ा : सफाई कर्मियों की हड़ताल की वजह से मेन रोड, लालपुर, सर्जना चौक, पुरुलिया रोड, अपर बाजार, हिंदपीढ़ी, थड़पखना, चुटिया, चर्च रोड, कर्बला चौक, मोरहाबादी, चडरी, जेल रोड, कोकर, चेशायर होम रोड, बूटी मोड़, बड़गाई, सर्कुलर रोड, एचबी रोड, डोरंडा, हिनू, धुर्वा क्षेत्र में कूड़े का उठाव नहीं हो पाया.
छह हजार में परिवार चलाना मुश्किल : प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना था कि नगर निगम में जितने भी सफाईकर्मी हैं, उनकी हालत बंधुआ मजदूर जैसी है. निगम से मात्र छह हजार रुपये मानदेय मिलता है. आप कल्पना करके देखिए कि इस छह हजार की राशि में कोई सफाईकर्मी कैसे अपना परिवार चलायेगा.
हड़ताल के बाद जागा निगम : मजदूरों की हड़ताल के बाद निगम प्रबंधन हरकत में आया. उप नगर आयुक्त शंकर यादव ने आदेश जारी किया कि निगम के जो अकुशल मजदूर हैं, उन्हें प्रतिदिन 294 रुपये, अर्द्धकुशल मजदूर को 314 रुपये व कुशल मजदूर को 405 रुपये व अति कुशल मजदूर को 471 रुपये प्रतिदिन व लिपिकीय कार्य कर रहे लोगों को प्रतिदिन 405 रुपये की दर से वेतन का भुगतान किया जायेगा. मजदूरों की वेतन बढ़ोतरी का यह प्रस्ताव अक्तूबर 2019 से लागू होगा. शनिवार से मजदूर काम पर आयेंगे या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है.
Post by : Pritish Sahay