रांची (सुनील कुमार झा). राज्य में इस वर्ष के विधानसभा चुनाव में एनडीए व इंडिया गठबंधन की ओर से 40 ऐसे प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे, जिनका पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक रहा है. इनमें से 22 प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे. जबकि 18 प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा. जो 40 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे, उनमें 17 भाजपा, 10 झामुमो, आठ कांग्रेस, दो आजसू, दो माले और एक राजद के प्रत्याशी थे. दोनों गठबंधनों ने राजनीतिक परिवारों से जुड़े जिन प्रत्याशियों को टिकट दिया है, उनमें सीएम, पूर्व सीएम, मंत्री, सांसद, पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायक के रिश्तेदार शामिल थे. इनमें से 22 प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे. भाजपा ने जिन 17 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था, उनमें से 10 को हार का सामना करना पड़ा. सात प्रत्याशी को ही जीत मिली. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के 10 में नौ प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. कांग्रेस के आठ में पांच प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे. माले से प्रत्याशी अरुप चटर्जी को भी चुनाव में जीत मिली. वहीं आजसू व राजद के राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सके.
भाजपा से जीत दर्ज करने वालों में बरकट्ठा के अमित कुमार यादव, झरिया की रागिनी सिंह, जमशेदपुर पूर्वी की पूर्णिमा दास साहू, बड़कागांव के रोशन लाल चौधरी, जमुआ की मंजू देवी, बाघमारा के शत्रुघ्न महतो, सिमरिया के उज्ज्वल दास, झामुमो से जीत दर्ज करने वालों में बरहेट से हेमंत सोरेन, शिकारीपाड़ा से आलोक सोरेन, दुमका से बसंत सोरेन, गांडेय से कल्पना सोरेन, मधुपुर से हफीजुल हसन, ईचागढ़ की सबिता महतो, मनोहरपुर के जगत माझी, तमाड़ के विकास मुंडा, भवनाथपुर के अनंतप्रताप देव शामिल हैं. इसके अलावा कांग्रेस के डाॅ इरफान अंसारी (जामताड़ा), दीपिका पांडेय सिंह (महागामा), कुमार जयमंगल (बेरमो), शिल्पी नेहा तिर्की (मांडर), निशत आलम (पाकुड़) शामिल हैं. इसके अलावा माले के अरूप चटर्जी (निरसा) और चंद्रदेव महतो भी हैं.इन्हें करना पड़ा हार का सामना
चुनाव में सीता सोरेन, अमित कुमार मंडल, तारा देवी, बाबूलाल सोरेन, मीरा मुंडा, नीलकंठ सिंह मुंडा, गीता कोड़ा, अरुण उरांव, पुष्पा देवी, भानु प्रताप शाही (सभी भाजपा), बेबी देवी (झामुमो), अंबा प्रसाद, जय प्रकाश भाई पटेल, लाल सूरज (कांग्रेस), सुनीता चौधरी, नीरू शांति भगत (आजसू), रश्मि प्रकाश (राजद) व विनोद सिंह (माले) को हार का सामना करना पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है