सुनील कुमार झा (रांची). झारखंड में दूसरे चरण के तहत जिन 38 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, उनमें संताल परगना की सभी 18 सीटों के अलावा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की दो और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की 18 सीटें शामिल हैं. राज्य गठन के बाद हुए चार चुनावों के परिणाम को देखें, तो झामुमो को सबसे कम नौ सीटें, जबकि सबसे अधिक 13 सीट मिली हैं. वर्ष 2009 व वर्ष 2019 में झामुमो को 13 सीटें मिली थीं, जबकि वर्ष 2005 में 10 और वर्ष 2014 में नौ सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, भाजपा को इन 38 सीटों में से सबसे अधिक 19 सीटें वर्ष 2014 के चुनाव में मिली थीं. जबकि इन सीटों पर भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन 2009 के चुनाव में रहा था. उस चुनाव में भाजपा ने सबसे कम तीन सीटें जीती थीं. भाजपा को वर्ष 2005 में 15 और 2019 में 12 सीटें हासिल हुई थीं.
कांग्रेस को यहां अब तक की सबसे अधिक सीटें पिछले चुनाव में ही मिली
दूसरे चरण की 38 सीटों में से कांग्रेस को सबसे अधिक आठ सीटें पिछले विधानसभा चुनाव में मिली थीं. वहीं, वर्ष 2005 में तीन, वर्ष 2009 में छह और वर्ष 2014 में तीन सीटें कांग्रेस के खाते में गयी थीं. वर्ष 2009 में झाविमो को आठ सीटें हासिल हुई थीं. इसके बाद वर्ष 2014 के चुनाव में तीन और वर्ष 2019 के चुनाव में दो सीटें झाविमो ने जीती थीं. इधर, आजसू को वर्ष 2009 के चुनाव में तीन सीटों पर जीत मिली थी. अन्य तीन चुनावों में आजसू ने दो-दो सीटें जीती थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है