Jharkhand News, रांची न्यूज (संजीव सिंह) : केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) में 103 वर्ष बाद नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. अब संस्थान में मजदूर, माली, हेल्पर सहित मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) की बहाली ऑल इंडिया स्तर की प्रतियोगिता से होगी. अब तक संस्थान में सीआइपी प्रबंधन ही इन पदों पर नियुक्ति करता था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीआइपी प्रबंधन को पत्र भेजकर कहा है कि अब ग्रुप ए की ही तरह ग्रुप बी,सी और डी की भी बहाली कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होगी.
एमटीएस की नियुक्ति के लिए राजनीतिक दलों द्वारा कई बार सीआइपी मुख्यालय में स्थानीय लोगों की सीधी नियुक्ति करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया. इसे देखते हुए नेताओं की मांग व वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए पूर्व निदेशक ने केंद्रीय मंत्रालय से पत्राचार किया था. इसके बाद ही केंद्रीय मंत्रालय ने सीआइपी से स्थापना के बाद पहली बार नियुक्ति का अधिकार संस्थान से छीन लिया है. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्रालय ने सीआइपी में एमटीएस में कार्यरत कर्मचारियों को अब ग्रुप डी की जगह ग्रुप सी का दर्जा दिया है.
केंद्रीय मंत्रालय के निर्देश के आलोक में सीआइपी प्रबंधन ने 22 अक्तूबर 2018 को एमटीएस के कुल 56 पदों की नियुक्ति के लिए निकाले गये विज्ञापन को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. साथ ही इन पदों के लिए मंगाये गये लगभग 19 हजार आवेदन भी रद्द कर दिये गये हैं. केंद्र के निर्देश के आलोक में अब हाल में नर्सिंग के लिए की गयी नियुक्ति के भी प्रभावित होने की संभावना बढ़ गयी है. ग्रुप ए की ही तरह ग्रुप बी,सी और डी की भी बहाली कर्मचारी चयन आयोग से होगी.
सीआइपी में अब मजदूर, माली, कीचन हेल्पर सहित मल्टी टास्किंग स्टाफ में नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास रखी गयी है. इन पदों पर नियुक्ति लिखित परीक्षा के आधार पर होगी, जबकि इंटरव्यू नहीं लिया जायेगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के आलोक में अब ग्रुप ए से नीचे के पदों पर नियुक्ति के लिए इंटरव्यू का आयोजन नहीं किया जायेगा.
सीआइपी की 1918 में स्थापना के बाद से ही चतुर्थ वर्गीय नियुक्ति सीआइपी प्रबंधन द्वारा की जाती रही है. वर्ष 2018 में एमटीएस के लिए कुल 93 पदों पर नियुक्ति को लेकर विज्ञापन निकाले गये. बाद में एमटीएस श्रेणी से वार्ड अटेंडेंट को अलग कर दिया गया. कहा गया कि वार्ड अटेंडेंट की नियुक्ति अलग से की जायेगी. इसके बाद बचे हुए 56 पदों पर नियुक्ति के लिए लोगों से आवेदन मंगाये गये. जिनमें लगभग 19 हजार लोगों के आवेदन सीआइपी प्रबंधन को मिले. सीआइपी प्रबंधन ने आवेदन के साथ कोई शुल्क नहीं लिया था.
सीआइपी के निदेशक डॉ वासुदेव दास ने बताया कि सीआइपी में अब ग्रुप डी, ग्रुप सी के तहत जितनी भी नियुक्ति है, वह एसएससी के तहत होगी. अब तक सीआइपी स्वयं नियुक्ति करता था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसमें अब परिवर्तन कर दिया है. ऑल इंडिया लेवल की नियुक्ति के आधार पर ही इन पदों पर लोगों का चयन किया जायेगा. इसमें जिस व्यक्ति के बाद जितना कौशल होगा, वह सफल रहेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra