रांची (वरीय संवाददाता). मारवाड़ी कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का दूसरे दिन रविवार को वैज्ञानिकों, शिक्षकों एवं शोधार्थियों के बीच गहन विचार-विमर्श के साथ संपन्न हुआ. दूसरे दिन दो तकनीकी सत्र आयोजित किये गये. बॉयोटेक्नोलॉजी एवं कैमिकल साइंस के सब थीम के तहत शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये और श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर दिये. सत्र की अध्यक्षता डॉ नागेंद्र नाथ ओझा ने की.
वहीं दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ मीना सहाय ने की. इस सत्र में फिजिकल, मैथमैटिकल एवं कंप्यूटर साइंस से संबंधी शोध पत्रों को प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि शोध कार्य निरंतर जारी रहनी चाहिए. शोध हमेशा मानव, समाज एवं पर्यावरण के कल्याण के लिए होना चाहिए. मारवाड़ी कॉलेज का प्रयास हमेशा यह रहेगा कि हम अपने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के साथ देश के अन्य शोधार्थियों को भी प्लेटफॉर्म मुहैया कराते रहेंगे.कई महत्वपूर्ण विषय पर शोधार्थियों ने प्रस्तुत किये पत्र
देश के विभिन्न भागों से आये शोधार्थियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, फ्लूइड मैकेनिक्स, मटेरियल साइंस, बायो डिग्रेडेबल वेस्ट, एई इंटीग्रेशन, सौर ऊर्जा एवं उनका उपयोग डेटा माइनिंग जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किया गया. इस सत्र में डॉ राहुल कुमार, डॉ अर्चना कुणी, एवं डॉ अर्चना कुमारी, एवं डॉ अंजना कुमारी सहयोगी की भूमिका निभायी. इस अवसर पर प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आरआर शर्मा, डीएसडब्ल्यू तरुण चक्रवर्ती, डॉ घनश्याम पासवान, अनुभव चक्रवर्ती, डेटा एडमिन कफील, पुनीत कुमार, जितेंद्र कुमार सहित अन्य मौजद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है