Alka Tiwari: रांची-1988 बैच की सीनियर आईएएस अफसर अलका तिवारी (IAS Alka Tiwari) ने शनिवार को झारखंड की मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया. वे झारखंड की तीसरी महिला मुख्य सचिव हैं. इनसे पहले लक्ष्मी सिंह और राजबाला वर्मा राज्य की मुख्य सचिव रह चुकी हैं. पदभार ग्रहण कर अलका तिवारी ने कहा कि जनहित में काम करना उनकी प्राथमिकता होगी. पदभार ग्रहण करने पर डीजीपी अजय कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने मुलाकात कर उन्हें बधाई दी.
जनहित में काम करना होगी प्राथमिकता: अलका तिवारी
नयी मुख्य सचिव अलका तिवारी ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 को लेकर फिलहाल राज्य में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू है. इसलिए मुख्य सचिव के पद पर रहकर प्राथमिकता बताना उचित नहीं है. जैसे ही नयी सरकार का गठन हो जाता है. जनहित में काम करना ही उनकी प्राथमिकता होगी. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जैसे ही राज्य में नयी सरकार का गठन हो जाएगा, वह नयी सरकार की योजनाओं की प्राथमिकता के अनुसार काम करेंगी.
एल खियांग्ते की सेवानिवृत्ति के बाद अलका तिवारी नयी मुख्य सचिव
आईएएस अफसर अलका तिवारी शुक्रवार को झारखंड की नयी मुख्य सचिव बनायी गयीं. एल खियांग्ते की सेवानिवृत्ति के बाद इन्हें चीफ सेक्रेटरी बनाया गया है. झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 से पहले राज्य को नयी मुख्य सचिव मिली हैं. 31 अक्टूबर 2024 को झारखंड के मुख्य सचिव पद से एल खियांग्ते रिटायर हो गए. राज्य सरकार ने एल खियांग्ते के तीन महीने के एक्सटेंशन (सेवा विस्तार) के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इस संदर्भ में आदेश नहीं आया. इनकी जगह वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अलका तिवारी नयी मुख्य सचिव बनायी गयीं.
कौन हैं अलका तिवारी?
अलका तिवारी झारखंड कैडर की आईएएस अफसर हैं. वह गुमला और लोहरदगा की डीसी (उपायुक्त) रह चुकी हैं. ये राज्य की तीसरी महिला मुख्य सचिव बनी हैं. इनके पति डॉ डीके तिवारी 1986 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं. वे भी झारखंड के मुख्य सचिव पद पर रह चुके हैं. राज्य निर्वाचन आयुक्त भी रहे.