भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर जमीन घोटाले में संलिप्त तत्कालीन उपायुक्त छविरंजन समेत दोषी पदाधिकारियों एवं जमीन दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही छवि रंजन व अन्य दोषी पदाधिकारियों को सेवा से बर्खास्त करने का आग्रह किया है.
पत्र में कहा गया है कि रांची के तत्कालीन उपायुक्त छविरंजन समेत अन्य सीओ व सीआइ के ठिकानों पर छापे पड़े. इनके यहां से जमीन खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज व नकद राशि भी बरामद हुई है. श्री मरांडी ने कहा कि रांची के उपायुक्त पद पर आसीन होते ही छवि रंजन रांची व आसपास के विवादास्पद जमीनों का गलत ढंग से किसी के नाम से बंदोबस्त कर कब्जा दिलाने का खेल शुरू कर दिया था. यहां तक की सेना की जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन दलालों की मदद से शहर के चर्चित व्यवसायी के हाथों बेच दिया था.
इडी की छापेमारी में जमीन के फर्जीवाड़ा की जानकारी मिल रही है. इससे प्रतीत होता है कि तत्कालीन उपायुक्त छविरंजन को सत्ता का संरक्षण प्राप्त रहा होगा. बजरा रांची के रैयतों द्वारा उपायुक्त रांची पर जमीन के फर्जीवाड़ा से संबंधित लगाये गये कई आरोपों की जांच तत्कालीन आयुक्त के माध्यम से करायी गयी थी. इसमें तत्कालीन उपायुक्त एवं कई अधिकारियों को दोषी पाया गया था. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई.
रांची. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा है कि साहिबगंज महाघोटाला मामले में इडी केस में जेल में बंद पंकज मिश्रा (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि) के बारे में उनके करीबियों ने जानकारी दी है कि पंकज की तबीयत ज्यादा ही खराब है. उन्हें जो उचित इलाज मिलना चाहिए, उसका अभाव दिख रहा है. ओवर डोज पेन किलर ले लेने के चलते कुछ दिनों पहले उनकी परेशानी काफी बढ़ गयी थी.
किसी की भी जान बचाना सबसे जरूरी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और इडी से अनुरोध है कि पंकज को राज्य से बाहर किसी बड़े चिकित्सा संस्थान में ले जाकर जो भी जरूरी हो, बेहतर इलाज मुहैया कराने का इंतजाम करें. हेमंत जी को यह नहीं भूलना चाहिए कि आज पंकज उन्हीं के कहे मुताबिक गलत करने की सजा भुगत रहा है. ईश्वर न करे, लेकिन अगर समुचित इलाज के अभाव में पंकज मिश्रा को कुछ भी हुआ तो हेमंत जी को भगवान भी माफ नहीं करेंगे.