लातेहार के उलगड़ा गांव के पास 14 करोड़ की लागत से बन रहे पुल का बालगोविंद देख रहे थे काम बालगोविंद भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी थे और भुसूर पंचायत की वार्ड नौ के सदस्य थे कुल्हाड़ी से दोनों पैर व सिर काटा, झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के उग्रवादियों ने ली जिम्मेवारी लातेहार. सदर प्रखंड के उलगड़ा गांव के पास गुरुआ दोहर नदी पर बन रहे पुल का काम देख रहे मुंशी बालगोविंद साव (55 वर्ष) की उग्रवादियों ने कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी. उनका सिर व दोनों पैर काट दिया गया. यह घटना गुरुवार की रात करीब नौ बजे की है. हत्या की जिम्मेवारी झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के प्रदीप गंझू ने हस्त लिखित पर्चा छोड़ कर ली है. बालगोविंद भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी थे और भुसूर पंचायत की वार्ड नौ के सदस्य भी थे. 14 करोड़ की लागत से बन रहे पुल के ठेकेदार का नाम गणेश प्रसाद (नीलम इंटरप्राइजेज) है. वह चतरा के गणेशपुर के रहनेवाले हैं. उग्रवादियों ने पर्चा में लिखा है कि ठेकेदार ने विवश किया इसलिए घटना को अंजाम दिया गया है. घटनास्थल पर मौजूद मजदूर नागेश्वर खरवार ने बताया कि हम लोग दो-तीन दिन पहले साइट पर काम करने आये हैं. बीती रात हम लोग खाना खाकर सो रहे थे. इसी दौरान हथियार से लैस पांच-छह लोग आये और दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गये. इसके बाद उग्रवादियों ने मेरा मोबाइल फोन लूट लिया. हल्ला की आवाज सुनकर पुल का काम देख रहे मुंशी बाल गोविंद साव कमरे से बाहर निकले और टॉर्च जला कर देखने लगे. इसी दौरान उग्रवादियों ने उन्हें दौड़कर पकड़ लिया. इसके बाद करीब 150 फीट दूर उन्हें ले जाकर टांगी से काट कर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद साइट के एक अन्य मुंशी नागेंद्र उरांव ने बाल गोविंद साव के परिजनों को घटना की जानकारी दी. उनके परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि बालगोविंद साव जमीन पर मृत पड़े हैं. उनका हाथ बंधा था और सिर व दोनों टांग कटे थे. परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिन्हा पुलिस बल के साथ रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. थाना प्रभारी ने कहा कि उग्रवादियों ने हत्या क्यों की है, इसकी जांच की जा रही है.
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