रांची : हेमंत सोरेन के जेल जाते ही अब सोरेन परिवार का मोर्चा छोटे भाई व विधायक बसंत सोरेन ने संभाल लिया है. चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. पर तीन नाराज विधायकों की स्थिति स्पष्ट नहीं थी. शिबू सोरेन परिवार की बड़ी बहू व जामा से विधायक सीता सोरेन ने तो खुल कर विरोध किया था. वहीं चंपई सोरेन के नाम पर लोबिन हेंब्रम भी विरोध कर रहे थे. चमरा लिंडा लगातार झामुमो से कटे हुए थे. कुल मिलाकर ये तीनों विधायक नाराज थे. पर गुरुवार को बसंत सोरेन ने मोर्चा संभाला और सबसे पहले अपनी भाभी सीता सोरेन से बात की. उन्होंने सीता सोरेन को मनाया.
बसंत सोरेन ने कहा कि वह मान गयी है और कहा है कि सरकार के साथ रहेंगी. वहीं चमरा लिंडा व लोबिन से भी बसंत ने बात. उन्होंने वर्तमान स्थिति का हवाला देते हुए दोनों विधायकों को साथ देने का आग्रह किया था. बसंत की बात वे टाल नहीं सके और कहा कि सरकार का साथ देंगे. बसंत सोरेन ने कहा कि हमारे पास बहुमत है और राजभवन को सूची दी गयी है. 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. राजभवन को यथाशीघ्र चंपई सोरेन को शपथ ग्रहण के लिए बुलाना चाहिए.