मनोज सिंह, रांची.
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग पिछले पांच साल में कभी भी तय बजट की पूरी राशि खर्च नहीं कर पाया है. शुरुआती कुछ महीनों में खर्च की अच्छी स्थिति नहीं होने के कारण बजट में काफी कटौती की गयी है. पिछले पांच साल का औसत खर्च 84 फीसदी है. बीते वित्तीय वर्ष में करीब 86 फीसदी राशि खर्च की गयी थी. संशोधित बजट में सबसे अधिक खर्च 2020-21 में की गयी थी. इस वित्तीय वर्ष में करीब 89 फीसदी राशि खर्च की गयी थी.दो साल बजट में की गयी जबरदस्त कटौती
वित्तीय वर्ष 2020-21 में बजट में जबरदस्त कटौती की गयी थी. इस वित्तीय वर्ष में विभाग का बजट 3958 करोड़ रुपये रखा गया था. संशोधित बजट आधा के करीब कर दिया गया था. इस वर्ष संशोधन के बाद बजट 1609 करोड़ रुपये का कर दिया गया था. इसमें भी 1430 करोड़ रुपये ही खर्च हो पाये थे. इसके अगले साल विभाग का बजट 4104 करोड़ रुपये का था. इसको संशोधित कर 1678 करोड़ रुपये कर दिया गया था. इसमें भी विभाग सिर्फ 1440 करोड़ रुपये ही खर्च कर पाया था.इस बार बजट में 600 करोड़ रुपये की कटौती
एक बार फिर विभाग के 2024-25 के बजट में करीब 600 करोड़ रुपये की कटौती हुई है. चालू वित्तीय वर्ष का बजट 3375.5 करोड़ रुपये का था. इसको संशोधित कर 2778.14 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इसमें नवंबर माह तक करीब 45 फीसदी खर्च हो पाया है.
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