Champai Soren Review: रांची-झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सोमवार को झारखंड मंत्रालय में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाएं. 5 सितंबर तक 26 हजार शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक विद्यालयों में समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई जल्द शुरू कराएं. मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या बढ़ाने के लिए कार्ययोजना में तेजी लाने का निर्देश दिया.
शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने निर्देश दिया कि 15 अगस्त 2024 तक इंटरमीडिएट स्तरीय प्रशिक्षित सहायक आचार्य के 11 हजार पदों पर नियुक्ति एवं स्नातक स्तरीय प्रशिक्षित सहायक आचार्य के 15 हजार पदों की बहाली 5 सितंबर 2024 तक हर हाल में करा लें. शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. हमारी सरकार ने शिक्षक बहाली का जो लक्ष्य रखा है, उसी अनुरूप कार्य प्रगति में तेजी लाते हुए लक्ष्य को हासिल करें. इसके लिए शिक्षक बहाली की सभी प्रक्रियाओं को जल्द पूरा कर लें. सरकार राज्य में शैक्षणिक व्यवस्थाओं को निरंतर मजबूत करने का कार्य कर रही है. स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों को शिक्षकों की कमी की वजह से पठन-पाठन में बाधा नहीं पहुंचे, यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है.
जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाएं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि झारखंड में समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय एवं क्षेत्रीय विषयों की पढ़ाई प्रारंभ हो सके. इसके लिए जनजातीय भाषा के 3538 एवं क्षेत्रीय भाषाओं के 8418 पदों पर जो नियुक्ति की जानी है, इसकी सभी प्रक्रियाओं को जल्द पूरा करें. अंतिम काउंसलिंग के आधार पर चयनित 1511 प्रारंभिक शिक्षकों को जल्द नियुक्ति पत्र दें. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य के वैसे स्कूल जिन्हें कठिन भौगोलिक समस्याओं की वजह से बंद किया गया था, उन विद्यालयों को फिर से शुरू करने के लिए विभाग आवश्यक कार्ययोजना बनाए.
पाठ्यपुस्तक, पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल वितरण का कार्य समय से करें पूरा
मुख्यमंत्री ने नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक, पोशाक वितरण, मुख्यमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना एवं साइकिल वितरण योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को समय से पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराई जाए. अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि वर्ष 2024-25 में कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तक आपूर्ति एवं वितरण का कार्य जारी है. निर्धारित समय में सभी विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तक उपलब्ध करा दी जाएगी. पोशाक वितरण कार्य में तेजी लाते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना के तहत कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 की छात्रवृत्ति की राशि उनके बैंक खातों में डीबीटी कर दी जाए. मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की छात्रवृत्ति की राशि कक्षा 1 से 12वीं तक के पात्र विद्यार्थियों को डीबीटी की जा रही है. वर्ष 2024-25 के लिए राशि प्राप्त होने के बाद डीबीटी कर दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने छात्रवृत्ति राशि एवं साइकिल वितरण कार्य में तेजी लाने का निर्देश अधिकारियों को दिया.
मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या बढ़ाने की कार्ययोजना में लाएं तेजी
मुख्यमंत्री ने सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या बढ़ाने की कार्ययोजना में तेजी लाएं. राज्य के स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्थाओं को हर हाल में सुदृढ़ करना है. राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में बिजली, पानी, शौचालय तथा स्कूल परिसरों की साफ सफाई में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं स्मार्ट क्लास की व्यवस्था में कोई बाधा नहीं पहुंचनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने समग्र शिक्षा अंतर्गत व्यावसायिक शिक्षा, निपुण समागम-2024, विद्यालय प्रमाणीकरण, मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत मेधावी छात्रों के बीच पुरस्कार वितरण, समावेशी शिक्षा मध्याह्न भोजन योजना समेत अन्य कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक में ये थे मौजूद
मुख्य सचिव एल खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह, राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक (सर्व शिक्षा अभियान) आदित्य रंजन, प्राथमिक शिक्षा निदेशक शशि रंजन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे.